पटना: बीएसएससी अभ्यर्थी सीजीएल 3 की तीनों शिफ्ट की परीक्षा को रद्द कराने की मांग (Demand to cancel BSSC exam) कर रहे हैं. अभ्यर्थियों ने इस मांग को लेकर सोमवार को आयोग कार्यालय की घेराव की चेतावनी जारी की थी, लेकिन सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम रहे और अभ्यर्थियों की संख्या प्रदर्शन में नहीं जुटी, अभ्यर्थियों को आयोग कार्यालय प्रदर्शन नहीं करने दिया गया और उन्हें खदेड़ दिया गया. इसके बाद अभ्यर्थी राजद कार्यालय पहुंचे और राजद के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह के साथ वार्ता किया, लेकिन यह वार्ता विफल रही और यहां से भी निराश होकर अभ्यर्थी लौट गए.
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जगदानंद से मिले बीएसएससी अभ्यर्थी: अभ्यर्थियों ने बताया कि सिर्फ 1 व्यक्ति को जगदानंद सिंह ने मिलने के लिए बुलाया. जिसके बाद डीके धीरज जो एसएससी की तैयारी भी करते हैं और खुद अभ्यर्थी भी हैं, उन्होंने जगदानंद सिंह से मुलाकात की और अपनी बातों को रखा. मुलाकात कर बाहर निकलने के क्रम में डीके धीरज ने बताया कि मुलाकात का कोई फायदा नहीं हुआ और कोई सुनवाई को तैयार नहीं है.
"हम परीक्षा के दौरान प्रश्न पत्र लीक होने और परीक्षा में मोबाइल का इस्तेमाल होने की बातों को कहा, लेकिन जगदानंद सिंह बिफर गए और सीधे तौर पर कह दिया कि परीक्षा किसी हाल में कैंसिल नहीं होगी और परीक्षा में मोबाइल के इस्तेमाल की बात करोगे तो यहां से बाहर फेंकवा देंगे. इसके बाद हम हाथ जोड़कर निकल लिए."- डीके धीरज, शिक्षक सह बीएसएससी अभ्यर्थी
परीक्षा कैंसिल करने के मुड में नहीं है सरकार: धीरज ने बताया कि जब वह जगदानंद सिंह से मिलने पहुंचे तो 20 मिनट पहले बैठा कर रखा गया. इस दौरान किसी रैली के लिए रख के डिजाइन पर श्याम रजक और अन्य नेताओं ने काफी बातें की और 3 सीट का हो या 5 सीट का रथ तैयार हो इस पर चर्चा की गई और जब उन्हें अपनी बात कहने का मौका मिला तो 5 मिनट भी उनकी बात को नहीं सुना गया. कोई सुनने को तैयार नहीं था और सत्ताधारी दल के प्रदेश अध्यक्ष का रवैया बता रहा है कि प्रदेश में सरकार परीक्षा कैंसिल करने के मूड में नहीं है.
अभ्यर्थियों ने दी चेतावनी: धीरज ने बताया कि विपक्ष में जब तेजस्वी यादव थे तो युवाओं को उनसे बड़ी उम्मीदें थी, लेकिन सत्ता में आने के बाद युवाओं के हित में कोई बयान नहीं दे रहे हैं. उन लोगों को अब तेजस्वी यादव से भी विश्वास उठ गया है. आने वाले चुनाव में प्रदेश की युवा जनता सबक सिखा देगी. वहीं अन्य अभ्यर्थियों ने कहा कि बीएसएससी कार्यालय के पास प्रदर्शन के दौरान उनके कई साथियों को गिरफ्तार किया गया है और लगभग 5 साथी उनके गिरफ्तार हुए हैं.
"हम लोगों के साथ सरकार इस प्रकार व्यवहार कर रही है जैसे कि वह कोई आतंकवादी हो और पुलिस बल द्वारा उन लोगों को शांतिपूर्ण धरना प्रदर्शन से भी रोका जा रहा है. आयोग कार्यालय में भी सुनवाई नहीं हो रही है. सभी राजनीतिक दल अपनी राजनीति रोटी सेक रहे हैं. उन लोगों के मुद्दे पर चुप्पी साधे हुए हैं. सभी छात्र अब आगे आंदोलन की रणनीति तैयार करेंगे लेकिन सरकार को वह कह देना चाहते हैं कि वह झुकने वाले नहीं हैं और हार नहीं मानेंगे."- अभ्यर्थी