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चूड़ा-दही भोज में पहुंचे ब्राह्मणों ने कहा- हमने जीतन राम मांझी को माफ किया - Bhoj At Manjhi Aawas

मांझी आवास पर आयोजित ब्राह्मण-दलित एकता महाभोज (Bhoj At Manjhi Aawas) में पहुंचे ब्राह्मणों ने कहा कि मांझी जी ने जो बयान दिया था, उसके लिए उन्हें माफ कर दिया है. हालांकि इस भोज में बहुत कम ही ब्राह्मण पहुंचे थे. पढ़ें पूरी खबर..

ब्राह्मणों ने मांझी को माफ किया
ब्राह्मणों ने मांझी को माफ किया
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Published : Dec 27, 2021, 3:36 PM IST

Updated : Dec 27, 2021, 4:49 PM IST

पटनाः पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी के आवास पर आयोजित ब्राह्मण दलित एकता महाभोज (Brahmin Dalit Ekta Mahabhoj In patna) में दलित और ब्राह्मणों ने शिरकत कर दही और चूड़ा का जमकर आनंद लिया. यहां पहुंचे ब्राह्मणों ने साफ कहा कि उन्होंने मांझी को माफ (Brahmins Forgiven Jitan Ram Manjhi) कर दिया है और उन्हें आर्शीवाद भी दिया है. भोज खाने के बाद ब्राह्मणों ने दक्षिणा भी लिया.

ये भी पढ़ेंः ब्राह्मण-दलित एकता महाभोज: परशुराम-अंबेडकर की तस्वीरें लगाई, मांझी ने खुद परोसा दही-चूड़ा

मांझी के आवास पर आयोजित दलित एकता महाभोज में बड़ी संख्या में लोग पहुंचे. वैसे यहां ब्राह्मणों की संख्या कम थी. लेकिन जो भी ब्राह्मण समाज के लोग भोज में आए हुए थे, उन्होंने भोज खाने के बाद दक्षिणा भी लिया और उसके बाद कहा कि मांझी जी ने जो बयान दिया था उसके लिए हमने उन्हें माफ कर दिया है.

देखें वीडियो

वैसे इसको लेकर शुरू से ही राजनीति होती रही, ब्राह्मण संगठन लगातार इस बात का विरोध करते नजर आए थे, भोज का जो नजारा दिखा, उसमें ब्राह्मण संगठन से जुड़े हुए लोग तो कम ही आए थे, लेकिन पार्टी ने ब्राह्मणों को लाने की व्यवस्था की थी और कुछ ब्राह्मण इस भोज में जरूर पहुंचे. जो यह दलील देते नजर आ रहे थे कि मांझी जी ने बयान वापस लिया है और कहीं ना कहीं हम लोग उन्हें माफ कर चुके हैं.



इसे भी पढ़ें- मांझी आवास के बाहर ब्राह्मणों ने की सत्यनारायण कथा, कहा- 'भगवान उनको जल्द सद्बुद्धि दें'

बता दें कि इस भोज में दही-चूड़ा के साथ गया के तिलकुट की भी व्यवस्था की गई है. भोज मांझी द्वारा ब्राह्मणों पर की गई अभद्र टिप्पणी के बाद डैमेज कंट्रोल के रूप में देखा जा रहा है. इस भोज में सशर्त ब्राह्मणों और पंडितों को आमंत्रित किया गया था. जिसमें ये कहा गया था कि वैसे ब्राह्मण-पंडित जिन्होंने कभी मांस-मदिरा का सेवन नहीं किया, चोरी-डकैती नहीं की हो, वे इस भोज में शामिल होंगे.

इसे लेकर हम प्रवक्ता दानिश रिजवान ने कहा है कि ब्राह्मण-दलित महाभोज में बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए. खुद मांझी जी भी साथ बैठकर खाना खाए हैं. यह काफी अच्छा लग रहा है.

बता दें कि मांझी ने एक सभा को संबोधित करते हुए कहा था कि 'आप लोग माफ कीजिएगा. हम सबलोग को कहते हैं कि आजकल हमारे गरीब तबके के लोगों में धर्म की प्रासंगिकता ज्यादा आ रही है. सत्यनारायण पूजा का हमलोग नाम भी नहीं जानते थे, लेकिन हर जगह हमलोग के टोला में सत्यनारायण स्वामी की पूजा हो रही है. इतना भी लाज नहीं लगता है हमलोगों को कि पंडित @$#&#@ कहता है कि नहीं खाएंगे बाबू आप लोग पैसे दे दीजिए."

ब्राह्मणों पर मांझी के विवादित बयान के बाद (Controversial Statement on Brahmins) बीजेपी नेता गजेंद्र झा ने मधुबनी में ऐलान किया था कि हम प्रमुख जीतन राम मांझी की जीभ काटने वाले को 11 लाख का इनाम दिया जाएगा. साथ ही जिंदगी भर उसका भरण पोषण किया जाएगा. गजेन्द्र के इस बयान पर बीजेपी ने उन्हें पार्टी से निष्कासित कर दिया था और उनसे 15 दिनों के अंदर अपना स्पष्टीकरण मधुबनी जिला कार्यालय को देने को कहा था.

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पटनाः पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी के आवास पर आयोजित ब्राह्मण दलित एकता महाभोज (Brahmin Dalit Ekta Mahabhoj In patna) में दलित और ब्राह्मणों ने शिरकत कर दही और चूड़ा का जमकर आनंद लिया. यहां पहुंचे ब्राह्मणों ने साफ कहा कि उन्होंने मांझी को माफ (Brahmins Forgiven Jitan Ram Manjhi) कर दिया है और उन्हें आर्शीवाद भी दिया है. भोज खाने के बाद ब्राह्मणों ने दक्षिणा भी लिया.

ये भी पढ़ेंः ब्राह्मण-दलित एकता महाभोज: परशुराम-अंबेडकर की तस्वीरें लगाई, मांझी ने खुद परोसा दही-चूड़ा

मांझी के आवास पर आयोजित दलित एकता महाभोज में बड़ी संख्या में लोग पहुंचे. वैसे यहां ब्राह्मणों की संख्या कम थी. लेकिन जो भी ब्राह्मण समाज के लोग भोज में आए हुए थे, उन्होंने भोज खाने के बाद दक्षिणा भी लिया और उसके बाद कहा कि मांझी जी ने जो बयान दिया था उसके लिए हमने उन्हें माफ कर दिया है.

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वैसे इसको लेकर शुरू से ही राजनीति होती रही, ब्राह्मण संगठन लगातार इस बात का विरोध करते नजर आए थे, भोज का जो नजारा दिखा, उसमें ब्राह्मण संगठन से जुड़े हुए लोग तो कम ही आए थे, लेकिन पार्टी ने ब्राह्मणों को लाने की व्यवस्था की थी और कुछ ब्राह्मण इस भोज में जरूर पहुंचे. जो यह दलील देते नजर आ रहे थे कि मांझी जी ने बयान वापस लिया है और कहीं ना कहीं हम लोग उन्हें माफ कर चुके हैं.



इसे भी पढ़ें- मांझी आवास के बाहर ब्राह्मणों ने की सत्यनारायण कथा, कहा- 'भगवान उनको जल्द सद्बुद्धि दें'

बता दें कि इस भोज में दही-चूड़ा के साथ गया के तिलकुट की भी व्यवस्था की गई है. भोज मांझी द्वारा ब्राह्मणों पर की गई अभद्र टिप्पणी के बाद डैमेज कंट्रोल के रूप में देखा जा रहा है. इस भोज में सशर्त ब्राह्मणों और पंडितों को आमंत्रित किया गया था. जिसमें ये कहा गया था कि वैसे ब्राह्मण-पंडित जिन्होंने कभी मांस-मदिरा का सेवन नहीं किया, चोरी-डकैती नहीं की हो, वे इस भोज में शामिल होंगे.

इसे लेकर हम प्रवक्ता दानिश रिजवान ने कहा है कि ब्राह्मण-दलित महाभोज में बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए. खुद मांझी जी भी साथ बैठकर खाना खाए हैं. यह काफी अच्छा लग रहा है.

बता दें कि मांझी ने एक सभा को संबोधित करते हुए कहा था कि 'आप लोग माफ कीजिएगा. हम सबलोग को कहते हैं कि आजकल हमारे गरीब तबके के लोगों में धर्म की प्रासंगिकता ज्यादा आ रही है. सत्यनारायण पूजा का हमलोग नाम भी नहीं जानते थे, लेकिन हर जगह हमलोग के टोला में सत्यनारायण स्वामी की पूजा हो रही है. इतना भी लाज नहीं लगता है हमलोगों को कि पंडित @$#&#@ कहता है कि नहीं खाएंगे बाबू आप लोग पैसे दे दीजिए."

ब्राह्मणों पर मांझी के विवादित बयान के बाद (Controversial Statement on Brahmins) बीजेपी नेता गजेंद्र झा ने मधुबनी में ऐलान किया था कि हम प्रमुख जीतन राम मांझी की जीभ काटने वाले को 11 लाख का इनाम दिया जाएगा. साथ ही जिंदगी भर उसका भरण पोषण किया जाएगा. गजेन्द्र के इस बयान पर बीजेपी ने उन्हें पार्टी से निष्कासित कर दिया था और उनसे 15 दिनों के अंदर अपना स्पष्टीकरण मधुबनी जिला कार्यालय को देने को कहा था.

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Last Updated : Dec 27, 2021, 4:49 PM IST
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