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BPSC Teacher Recruitment: बीएड अभ्यर्थियों का रिजल्ट नहीं आने से फूटा गुस्सा, सुप्रीम कोर्ट में करेंगे चैलेंज

बीपीएससी शिक्षक बहाली परीक्षा (BPSC TRE 2023) 1 से 5 के लिए प्राथमिक का परिणाम आयोग ने जारी कर दिया है, लेकिन आयोग की तरफ से परीक्षा में शामिल हुए बीएड अभ्यर्थियों का रिजल्ट रोक दिया गया है. ऐसे में अब इस रिजल्ट का B.Ed अभ्यर्थियों ने विरोध करना शुरू कर दिया है और सुप्रीम कोर्ट में चैलेंज करने की बात कही है.

B.Ed अभ्यर्थियों का रिजल्ट नहीं जारी होने से फूटा गुस्सा
B.Ed अभ्यर्थियों का रिजल्ट नहीं जारी होने से फूटा गुस्सा
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By ETV Bharat Bihar Team

Published : Oct 19, 2023, 9:49 AM IST

Updated : Oct 19, 2023, 1:36 PM IST

दीपांकर गौरव, अध्यक्ष, बिहार प्रारंभिक युवा शिक्षक संघ

पटना: बीपीएससी शिक्षक बहाली परीक्षा में आयोग ने कक्षा 1 से 5 के लिए प्राथमिक का भी रिजल्ट जारी कर दिया है. परिक्षा में कुल 72419 अभ्यर्थी सफल हुए हैं जिसमें जनरल विषय में 62653 अभ्यर्थी हैं लेकिन आयोग ने शिक्षक बहाली परीक्षा में 3.90 लाख B.Ed अभ्यर्थियों के रिजल्ट पर रोक लगाते हुए सिर्फ डीएलएड अभ्यर्थियों के आधार पर रिजल्ट तैयार किया है. ऐसे में इस रिजल्ट का B.Ed अभ्यर्थियों ने विरोध करना शुरू कर दिया है.

ये भी पढ़ें: BPSC Teacher Result: शिक्षक बहाली में 122324 अभ्यर्थी उत्तीर्ण, बोले आयोग के अध्यक्ष- सफलता 93 फीसदी

रिजल्ट को सुप्रीम कोर्ट में देंगे चुनौती: B.Ed अभ्यर्थियों का रिजल्ट नहीं जारी होने से उनमें काफी ज्यादा आक्रोश है. उनका कहना है कि जब सुप्रीम कोर्ट ने फैसला सुना दिया था इसके बावजूद स्थिति स्पष्ट नहीं की गई और उन्हें परीक्षा में शामिल कराया गया. परीक्षा देने के लिए बेरोजगार बीएड अभ्यर्थी हजारों रुपए खर्च कर फॉर्म भरें और परीक्षा केंद्र पहुंचे, इसकी भरपाई कौन करेगा ? B.Ed अभ्यर्थियों ने इस मामले पर रिजल्ट को सुप्रीम कोर्ट में चैलेंज करने की बात कही है. वहीं आयोग के इस रवैये से वे काफी हताश महसूस कर रहे हैं.

"बीपीएससी ने B.Ed अभ्यर्थियों के साथ सौतेला व्यवहार किया है. परीक्षा से 13 दिन पूर्व जब सुप्रीम कोर्ट का निर्णय आ गया था बावजूद इसके बीएड अभ्यर्थियों ने कई बार आयोग और शिक्षा विभाग से पूछा कि वह परीक्षा में बैठेंगे या नहीं, स्थिति स्पष्ट करें. बावजूद इसके उन लोगों को परीक्षा में बैठाया गया और अब बीपीएससी ने B.Ed अभ्यर्थियों को छांट दिया है."- दीपांकर गौरव, अध्यक्ष, बिहार प्रारंभिक युवा शिक्षक संघ


सुप्रीम कोर्ट से न्याय की उम्मीद: इस मामले को लेकर बिहार प्रारंभिक युवा शिक्षक संघ का कहना है कि जब एक साथ बीएड और डीएलएड अभ्यर्थियों की परीक्षा ली गई थी तो आयोग को चाहिए कि दोनों को मिलाकर रिजल्ट जारी करे. आयोग जानता है कि बीएड अभ्यर्थियों की रीट याचिका सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई के लिए पेंडिंग है और जल्द उसका डेट आने वाला है. इसके बावजूद आयोग ने बीएड अभ्यर्थियों को छांटकर रिजल्ट जारी कर दिया है. अब उन्हें उम्मीद है कि सुप्रीम कोर्ट से न्याय जरूर मिलेगा.

दर्द तुमने दिया तो दवा भी तुम ही दोगे: आयोग के अध्यक्ष अतुल प्रसाद ने बताया है कि परीक्षा में वर्ग 11 और 12 के लिए उच्च माध्यमिक में 23701 अभ्यर्थी, 9वीं और 10वीं के लिए माध्यमिक में 26204 अभ्यर्थी और कक्षा 1 से 5 के लिए प्राथमिक में 72419 अभ्यर्थी पास हुए हैं. हालांकि इसमें सिर्फ डीएलएड अभ्यर्थियों के नतीजे जारी किए गए है. आयोग के अध्यक्ष ने बीएड अभ्यर्थियों के लिए सुप्रीम कोर्ट के निर्णय का इंतजार करने को इशारों में कहा है कि दर्द तुमने दिया है तो दवा भी तुम ही दोगे.

दीपांकर गौरव, अध्यक्ष, बिहार प्रारंभिक युवा शिक्षक संघ

पटना: बीपीएससी शिक्षक बहाली परीक्षा में आयोग ने कक्षा 1 से 5 के लिए प्राथमिक का भी रिजल्ट जारी कर दिया है. परिक्षा में कुल 72419 अभ्यर्थी सफल हुए हैं जिसमें जनरल विषय में 62653 अभ्यर्थी हैं लेकिन आयोग ने शिक्षक बहाली परीक्षा में 3.90 लाख B.Ed अभ्यर्थियों के रिजल्ट पर रोक लगाते हुए सिर्फ डीएलएड अभ्यर्थियों के आधार पर रिजल्ट तैयार किया है. ऐसे में इस रिजल्ट का B.Ed अभ्यर्थियों ने विरोध करना शुरू कर दिया है.

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रिजल्ट को सुप्रीम कोर्ट में देंगे चुनौती: B.Ed अभ्यर्थियों का रिजल्ट नहीं जारी होने से उनमें काफी ज्यादा आक्रोश है. उनका कहना है कि जब सुप्रीम कोर्ट ने फैसला सुना दिया था इसके बावजूद स्थिति स्पष्ट नहीं की गई और उन्हें परीक्षा में शामिल कराया गया. परीक्षा देने के लिए बेरोजगार बीएड अभ्यर्थी हजारों रुपए खर्च कर फॉर्म भरें और परीक्षा केंद्र पहुंचे, इसकी भरपाई कौन करेगा ? B.Ed अभ्यर्थियों ने इस मामले पर रिजल्ट को सुप्रीम कोर्ट में चैलेंज करने की बात कही है. वहीं आयोग के इस रवैये से वे काफी हताश महसूस कर रहे हैं.

"बीपीएससी ने B.Ed अभ्यर्थियों के साथ सौतेला व्यवहार किया है. परीक्षा से 13 दिन पूर्व जब सुप्रीम कोर्ट का निर्णय आ गया था बावजूद इसके बीएड अभ्यर्थियों ने कई बार आयोग और शिक्षा विभाग से पूछा कि वह परीक्षा में बैठेंगे या नहीं, स्थिति स्पष्ट करें. बावजूद इसके उन लोगों को परीक्षा में बैठाया गया और अब बीपीएससी ने B.Ed अभ्यर्थियों को छांट दिया है."- दीपांकर गौरव, अध्यक्ष, बिहार प्रारंभिक युवा शिक्षक संघ


सुप्रीम कोर्ट से न्याय की उम्मीद: इस मामले को लेकर बिहार प्रारंभिक युवा शिक्षक संघ का कहना है कि जब एक साथ बीएड और डीएलएड अभ्यर्थियों की परीक्षा ली गई थी तो आयोग को चाहिए कि दोनों को मिलाकर रिजल्ट जारी करे. आयोग जानता है कि बीएड अभ्यर्थियों की रीट याचिका सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई के लिए पेंडिंग है और जल्द उसका डेट आने वाला है. इसके बावजूद आयोग ने बीएड अभ्यर्थियों को छांटकर रिजल्ट जारी कर दिया है. अब उन्हें उम्मीद है कि सुप्रीम कोर्ट से न्याय जरूर मिलेगा.

दर्द तुमने दिया तो दवा भी तुम ही दोगे: आयोग के अध्यक्ष अतुल प्रसाद ने बताया है कि परीक्षा में वर्ग 11 और 12 के लिए उच्च माध्यमिक में 23701 अभ्यर्थी, 9वीं और 10वीं के लिए माध्यमिक में 26204 अभ्यर्थी और कक्षा 1 से 5 के लिए प्राथमिक में 72419 अभ्यर्थी पास हुए हैं. हालांकि इसमें सिर्फ डीएलएड अभ्यर्थियों के नतीजे जारी किए गए है. आयोग के अध्यक्ष ने बीएड अभ्यर्थियों के लिए सुप्रीम कोर्ट के निर्णय का इंतजार करने को इशारों में कहा है कि दर्द तुमने दिया है तो दवा भी तुम ही दोगे.

Last Updated : Oct 19, 2023, 1:36 PM IST
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