पटना: गुरुवार से बिहार में देश की सबसे बड़ी परीक्षा शुरू हो चुकी है. जाहिर हैं पद ज्यादा हैं तो अभ्यर्थियों की संख्या भी अच्छी खासी होगी. स्टेशन से लेकर परीक्षा केंद्रों तक में अभ्यर्थियों का हुजूम उमड़ पड़ा है. परीक्षा के ठीक एक दिन पहले यानी बुधवार को स्टेशन पर अभ्यर्थियों की भीड़ उमड़ पड़ी. बिहार के अभ्यर्थी दूसरे शहरों में परीक्षा केंद्र जाने के लिए घरों से निकल पड़े तो वहीं दूसरे राज्य के लोगों को भी इस बार बिहार में शिक्षक बनने का मौका मिला है. ऐसे में दूसरे राज्यों खासकर उत्तर प्रदेश से ज्यादा संख्या में अभ्यर्थी बिहार पहुंचे हैं.
बेतिया में रैन बसेरों में ठहरे शिक्षक अभ्यर्थी: बिहार प्रशासनिक सेवा आयोग के द्वारा 24 से 26 अगस्त तक शिक्षक अभ्यर्थियों के लिए परीक्षा आयोजित की गई है. पश्चिम चंपारण के बेतिया में बने कुल 21 केंद्रों पर परीक्षा आयोजित की गई है. ऐसे में होटलों में नो रूम की स्थिति बन गई है. जिले के बाहर से आए महिला पुरुष कैंडिडेट की मदद के लिए नगर निगम ने रैन बसेरे का इंतजाम किया है. रैन बसेरों में सैकड़ों अभ्यर्थियों को ठहराया गया है. बेतिया नगर निगम प्रशासन ने अतिथि देवो भव की मिसाल पेश की है.
समस्तीपुर में खुश दिखे अभ्यर्थी: वहीं समस्तीपुर में भी अभ्यर्थियों की भीड़ उमड़ पड़ी है. दलसिंहसराय की बात करें तो प्रथम पाली की परीक्षा देकर जब अभ्यर्थी बाहर निकले तो उनके चेहरे खिले हुए थे. प्रथम पाली में अभ्यर्थियों का समाज अध्ययन का विषय था. अभ्यर्थियों को हर दिन अलग-अलग रंग के ओएमआर शीट दिए जा रहे हैं.
छपरा में गेस्ट हाउस और होटल फुल: छपरा में शिक्षक भर्ती परीक्षा को लेकर बिहार झारखंड और उत्तर प्रदेश से काफी संख्या में परीक्षार्थी पहुंचे हैं और छपरा के विभिन्न सेंटरों पर इनका एग्जाम चल रहा है. छपरा शहर के अधिकांश होटल और गेस्ट हाउस पूरी तरह से भर चुके हैं और कई परीक्षार्थियों ने कचहरी स्टेशन और छपरा जंक्शन पर शरण ले रखी है. बड़ी संख्या में परीक्षार्थियों के छपरा पहुंचने से खाने पीने के होटल और ढाबों पर भी रौनक दिखाई पड़ रही है और उनकी बिक्री में काफी इजाफा हुआ है. वहीं गेस्ट हाउस और होटल संचालकों की खुशी का ठिकाना नहीं है.
"अभ्यर्थियों के लिए विशेष व्यवस्था की गई है. उन्हें अतिरिक्त बेड लगाकर अपने गेस्ट हाउस में स्थान दे रहे हैं. लखनऊ और बदायूं से भी लोग पहुंचे हैं. कोशिश है कि इन लोगों को रहने और खाने की परेशानी ना हो."- राजेश फैशन, गेस्ट हाउस संचालक,छपरा
यूपी से बड़ी संख्या में पहुंचे अभ्यर्थी: वहीं बेरोजगारी का आलम क्या है, इसी बात से समझा जा सकता है कि बिहार सरकार ने दूसरे राज्यों के लोगों के दरवाजे क्या खोले अभ्यर्थियों की भीड़ उमड़ पड़ी. यूपी से भी अभ्यर्थी पहुंचे हैं. सोशल मीडिया में वीडियो सामने आने के बाद तरह तरह के कमेंट किए जा रहे हैं. एक यूजर्स ने लिखा है कि बिहार शिक्षक भर्ती परीक्षा में शामिल होने जा रहे पांच किलो राशन में शासन देने वाले बेरोजगार होनहार अभ्यर्थी. वोट देंगे यूपी में और नौकरी चाहिए बिहार में.
सिवान जंक्शन पर भी दिखी भीड़: सिवान जंक्शन का नजारा भी कुछ अलग नहीं दिखा. गुरुवार को सिवान जंक्शन के एक प्लेटफॉर्म में खचाखच परीक्षार्थियों की भीड़ देखने को मिली. ऐसा नजारा 26 अगस्त तक देखने को मिलेगा क्योंकि परीक्षा की अंतिम तिथि 26 अगस्त है. बिहार पहला ऐसा राज्य है जहां इतने ज्यादा पदों के लिए बहाली की जानी है. प्रदेश के कुल 876 केंद्रों पर 1 लाख 70 हजार 461 पदों के लिए परीक्षा आयोजित की गई है.
परीक्षा के एक दिन पहले स्टेशन पर खचाखच भीड़: पटना जंक्शन में बुधवार का नजारा देख अंदाजा लगाया जा सकता है कि देश में कितनी बेरोजगारी है. स्टेशन में पैर रखने तक की जगह नहीं थी. पटना जंक्शन का वीडियो तेजी से सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. बीपीएससी की ओर से तमाम तैयारियों के मुकम्मल होने के दावे किए जा रहे हैं. लेकिन भीड़ देखकर लगता है कि कहीं इंतजाम कम ना पड़ जाए. ऐसा इसलिए कहा जा रहा है क्योंकि अभ्यर्थी परीक्षा के पहले और परीक्षा देने के बाद स्टेशनों पर विश्राम करते नजर आए. इस वीडियो को लेकर आरपीएफ का कहना है कि पुराना वीडियो है.