पटना: राजधानी में रेलवे स्टेशन और ट्रेनों के डिब्बे में खाली प्लास्टिक की बोतलें काफी मात्रा में सड़कों पर फेंकी रहती है. जिससे शहर में या रेलवे स्टेशन के आसपास कचरे का अंबार लगा रहता है. साथ ही पर्यावरण भी दूषित होता है. वहीं पटना जंक्शन के दोनों तरफ करबिगहिया और हनुमान मंन्दिर गेट एक के पास रेलवे प्रशासन ने बोतल क्रशर मशीन लगा कर पर्यावरण संरक्षण की दिशा में काम किया है.
लोगों को मिलती है धनराशि
जो लोग पानी की बोतल पीकर सड़कों और स्टेशनों पर फेंक देते थे, वो सिर्फ शहर और स्टेशन को ही गंदा नहीं करते हैं. बल्कि पर्यावरण को भी दूषित करते हैं. लेकिन रेलवे प्रशासन की मशीन लगाने की पहल सराहनीय है. इसे बायो क्रश की कंपनी ने लगाया है. इस मशीन में प्लास्टिक की बोतल डालते ही ई-वॉलेट में प्रति बोतल पांच रुपये या बस टिकट की धनराशि और गिफ्ट वाउचर लोगों को मिलता है.
ई-वॉलेट में भुगतान
इस मशीन में खास सुविधा भी मौजूद है. अगर आप इस मशीन में पानी की बोतल डालेंगे तो, उसमें आपको अपने मोबाइल नंबर की एंट्री करनी होती है. एंट्री करने के बाद उस मशीन में बोतल डालने पर फोन के ई-वॉलेट में भुगतान राशि मिल जाती है.
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बोतलों से बनाई जा रही टी-शर्ट
बता दें इन बोतलों से टी-शर्ट भी बनाई जा रही है. मुंबई की कंपनी इससे टी-शर्ट बना रही है. यहां क्रशर मशीन में जितनी बोतलें क्रश होती है, उसे निकाल कर कंपनी में भेजी जाती है और वहां से टी-शर्ट बन कर आती है. कर्मचारी को भी यह टी-शर्ट पहनने को दिया जाता है. साथ ही यह मार्केट में भी उपलब्ध है.