पटना: करीब तीन साल बाद पटना के गांधी मैदान में पुस्तक मेला का आयोजन (Patna Pustak Mela 2022) किया जा रहा है. इसको लेकर सभी तैयारियां पूरी हो चुकी है. मेला का समापन आगामी 13 दिसंबर (Book Fair In Patna) को होगा. करीब 70000 वर्ग फुट में लगने वाली इस पुस्तक मेले में इस बार 100 से भी ज्यादा विभिन्न प्रकाशनों की कंपनियां हिस्सा ले रही हैं.
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मेला का थीम 'मोबाइल छोड़िए किताब पढ़िए': इस बार पुस्तक मेले की थीम 'मोबाइल छोड़िए किताब पढ़िए' है. पुस्तक मेला का उद्घाटन उपसभापति राजयसभा हरिवंश (Deputy Chairman Rajya Sabha Harivansh) ने किया. जबकि बतौर मुख्य अतिथि लेखिका पद्मश्री उषाकिरण खान शामिल हुईं. वहीं विशिष्ट अतिथि के तौर पर चित्रकार पद्मश्री श्याम शर्मा शामिल हुए.
"कोविड के कारण सबको परेशानी थी. तीन वर्षों के बाद इस मेले का आयोजन किया जा रहा है. देशभर के कई राज्यों से इस पुस्तक मेले में स्टॉल लगाए गए हैं" -अमरेंद्र झा, व्यवस्थापक, पटना पुस्तक मेला
मुख्य द्वार पाटलिपुत्र तो मंच का नाम बोधगया: इस बार मुख्य प्रवेश द्वार का नाम पाटलिपुत्र द्वार रखा गया है. मुख्य मंच बोधगया मंच, प्रशासनिक भवन का नाम राजगृह प्रशासनिक भवन, सेमिनार हॉल का नाम नालन्दा रखा गया है. इस बार मेला परिसर में तीन प्रखंड होंगे. जिनके नाम क्रमशः सीतामढ़ी ब्लॉक, मधुबनी ब्लॉक, भागलपुर ब्लॉक होंगे. पुस्तक मेला के ऑर्गेनाइजर अमरेंद्र झा बताते हैं कि यह पटना पुस्तक मेला का 37वां संस्करण है. पिछले 37 सालों से पुस्तक मेले का आयोजन किया जा रहा है.
"इस वर्ष भी हम लोग 400 पुस्तकों को पटना के पुस्तक प्रेमियों के बीच लेकर आए हैं. इसमें राजनीति,कहानियां. उपन्यास और युवा वर्ग के लिए भी पुस्तकें हैं" - अमित शर्मा, प्रभात प्रकाशन
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