पटना: बिहार की राजधानी पटना के ऐतिहासिक गांधी मैदान में पुस्तक मेला का आयोजन किया जा रहा है. इसको लेकर तमाम तैयारियां पूरी कर ली गई है. मेला का आयोजन 1 दिसंबर से किया जा रहा, जो 12 दिसंबर तक चलेगा. इस संबंध में रविवार को पटना के बांकीपुर क्लब में आयोजन समिति की ओर से प्रेस वार्ता किया गया. सीआरडी पुस्तक मेला के अध्यक्ष रत्नेश्वर कुमार ने बताया कि इस साल हमलोग 38वां पुस्तक मेले का आयोजन कर रहे है. शुरुआती दौर में इसे 2 साल में एक बार आयोजन किया जाता था. लेकिन बाद में इसे हर साल आयोजित किया जाने लगा.
महिला सशक्तिकरण पर होगी चर्चा: रत्नेश्वर कुमार ने बताया कि डिजिटल जमाने में साहित्य की काफी कंटेंट नेट पर अवेलेबल है. लेकिन पुस्तक में जो मिलेगा वह नेट पर नहीं मिल सकता है. इस बार स्त्री नेतृत्व का थीम रखा गया है. आज के समय में महिलाओं का सशक्तिकरण हो चुका है लेकिन उन्हें नेतृत्व नहीं दिया जा रहा है. प्रतिदिन इस पर चर्चाएं आयोजित की जाएगी, जिसमें बिहार की तमाम प्रतिष्ठित महिला अधिकारी और विभिन्न क्षेत्रों की महिलाएं चर्चा में सम्मिलित होंगी.
"इस बार 200 स्टाल लगेंगीं. साथ ही 80 प्रकाशन शामिल हो रहे हैं. स्कूली बच्चों के लिए प्रवेश निशुल्क होगा, जबकि कॉलेज के छात्र-छात्राओं के लिए सोमवार से शुक्रवार तक प्रवेश निशुल्क होगा. अन्य लोगों से 20 रूपए का टिकट लिया जाएगा. पुस्तक मेला के लिए गांधी मैदान में एक लाख स्क्वायर मीटर का जमीन लिया गया है. गेट नंबर 10 से सभी की एंट्री होगी." - रत्नेश्वर कुमार, सीआरडी पुस्तक मेला के अध्यक्ष.
शाम में चलेगा 1 घंटे का शॉर्ट फिल्म: रत्नेश्वर कुमार ने बताया कि एक बार फिर से पुस्तक मेला में फिल्म को शामिल किया जा रहा है. 12 दिन तक चलने वाले इस पुस्तक मेला में प्रतिदिन शाम में 1 घंटे का शॉर्ट फिल्म दिखाया जाएगा. अलग-अलग दिन अलग-अलग विषयों पर कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे. इसके अलावा सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किया जा रहे हैं. जिसमें मालिनी अवस्थी, शारदा सिन्हा जैसे लोगों ने अपनी प्रस्तुति देंगी. वहीं सरकार की विभिन्न विभागों से भी बातचीत चल रही है. ताकि सरकार की योजनाओं और प्रयासों के बारे में लोगों को पूरी जानकारी मिल सके. पुस्तक मेला के कार्यक्रम का उद्घाटन राज्यपाल अथवा मुख्यमंत्री के हाथों होगा और इसके लिए निमंत्रण गया हुआ है स्वीकृति मिलने की देर है.
इसे भी पढ़े- तीन साल बाद पटना पुस्तक मेला का आगाज, 100 से अधिक प्रकाशन कंपनियां ले रही हिस्सा