पटना: भारतीय जनता पार्टी शिक्षक नियमावली के साथ साथ कई अन्य मुद्दे को लेकर गुरुवार को विधान सभा मार्च करेगी. इसमें बड़ी संख्या में बिहार के विभिन्न जिलों से शिक्षक भी पहुंच रहे हैं. शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव जीत कर आए विधान पार्षद ऐसे शिक्षकों के रुकने और खाने पीने का इंतजाम कर रहे हैं. बीजेपी विधान पार्षद जीवन कुमार और संतोष कुमार सिंह के आवास पर पांच हजार शिक्षकों के ठरहने का इंतजाम किया गया है. ये शिक्षक कल होने वाले विधान सभा मार्च में भाग लेंगे.
इसे भी पढ़ेंः Bihar Shikshak Niyamawali: 'सरकार की ईंट से ईंट बजा देंगे'.. राज्यकर्मी का दर्जा की मांग को लेकर नियोजित शिक्षक
शिक्षकों पर कार्रवाई के आदेशः बीजेपी विधान पार्षद जीवन कुमार ने कहा कि तेजस्वी यादव पहले कहते थे शिक्षक धैर्य से रहें. सब होगा. लेकिन आज राज्यकर्मी के दर्जा देने की बात आई तो बीपीएससी परीक्षा पास करने के बाद देने की बात करते हैं. कल आंदोलन हुआ शिक्षक को जगह जगह गिरफ्तार किया गया. सदन में मंत्री ने कहा कि उन लोगों से सरकार बात करेगी समस्या का समाधान होगा, लेकिन इसके उलट उनके अधिकारी आंदोलन करने वाले शिक्षक को चिह्नित कर कारवाई करने का आदेश देते हैं.
"बिहार सरकार शिक्षकों के साथ अन्याय कर रही है. हमलोग शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र से जीत कर आए हैं. बिहार में मदरसा शिक्षक को वेतन मिल रहा है संस्कृत शिक्षक को वेतन नहीं मिल रहा है. आप खुद देखिए बिहार की सरकार क्या कर रही है. शिक्षक के हक की लड़ाई हम लड़ते हैं और लड़ते रहेंगे. एक तरफ मुख्यमंत्री कहते हैं कि शिक्षक नेता से बात करेंगे दूसरी तरफ शिक्षक पर लाठी चलवाते है यही उनकी दोहरी नीति है."- जीवन कुमार, बीजेपी विधान पार्षद
सरकार की ताबूत का अंतिम कीलः बीजेपी के विधान पार्षद संतोष कुमार सिंह ने कहा कि सरकार जब तक शिक्षक नियमावली में बदलाव नही करेगी तब तक हम शिक्षक के हक की लड़ाई लड़ते रहेंगे. मुख्यमंत्री को अब समझना होगा कि अगर शिक्षक की मांग को नहीं मानते हैं तो यह शिक्षक आंदोलन उनकी सरकार की ताबूत का अंतिम कील होगा.