पटना: जम्मू-कश्मीर में आर्टिकल 370 को खत्म कर दिया गया है. इसके बाद से कई दलों ने इसका विरोध किया है. आर्टिकल 370 पर भाजपा और जदयू के बीच तल्खी बढ़ गई है. गुलाम रसूल बलियावी और श्याम रजक के विरोध के बाद भाजपा ने भी पलटवार किया है.
पार्टी की ओर से कहा गया है कि हम उनके विरोध की परवाह नहीं करते. बीजेपी के उपाध्यक्ष अनिल शर्मा ने कहा कि हम अपने संकल्प पत्र के प्रति प्रतिबद्ध हैं. देश के हित में जो भी फैसले लेने की जरूरत होगी उसे लिया जाएगा. जिसे इसका विरोध करना है, वह करे. भाजपा को इसकी परवाह नहीं है.
'संविधान से खिलवाड़'
बता दें कि जम्मू-कश्मीर में धारा 370 हटने और उसका बंटवारा करने को लेकर बिहार सरकार के उद्योग मंत्री सह जेडीयू के वरिष्ठ नेता श्याम रजक ने कहा कि ये लोकतंत्र के लिए काला अध्याय है. संविधान पर काले धब्बे की तरह है. उन्होंने कहा कि धारा 370 को हटाने के फैसले से पहले सभी दलों से बातचीत करनी चाहिए थी. सबको विश्वास में लेना चाहिए था. लेकिन ऐसा नहीं हुआ. 370 हटाने का फैसला संविधान के साथ खिलवाड़ है.
'संसद में होगा विरोध'
श्याम रजक ने कहा कि जम्मू-कश्मीर को केंद्र शासित राज्य बना दिया गया. लद्दाख भी केंद्र शासित राज्य बना. इससे हमे कोई आपत्ति नहीं. लेकिन धारा 370 से छेड़छाड़ की गई है. इसे हम बर्दाश्त नहीं कर सकते. जदयू की ओर से इसका विरोध होगा.