पटना: बिहार में आगामी विधानसभा चुनाव के मद्देनजर सियासत तेज है. नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव अपने ट्वीट के चलते विवादों में हैं. भवन निर्माण मंत्री अशोक चौधरी ने वायरल वीडियो के मामले में उन्हें लीगल नोटिस भेजा है तो वहीं भाजपा ने भी तेजस्वी को कटघरे में खड़ा किया है.
तेजस्वी यादव इस समय राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन के निशाने पर हैं. भवन निर्माण मंत्री अशोक चौधरी ने तेजस्वी यादव की मुश्किलें बढ़ा दी हैं. अशोक चौधरी ने तेजस्वी यादव को वायरल वीडियो मामले में लीगल नोटिस भेजा है. वहीं भाजपा ने भी अशोक चौधरी का समर्थन किया है.
दोषी पाए जाने पर तेजस्वी के खिलाफ हो कार्रवाई
भाजपा प्रवक्ता अजफर शम्सी ने कहा है कि तेजस्वी नकारात्मक राजनीति कर रहे हैं. अशोक चौधरी के खिलाफ उनके द्वारा लगाए गए आरोप अगर गलत पाए गए तो उनके खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए. भाजपा नेता ने कहा कि ट्रैफिक रूल बनवाने की बात करते हैं, लेकिन अपने माता-पिता के शासनकाल को नहीं देखते. भाजपा नेता ने कहा कि संकट की घड़ी में भी नीतीश कुमार ने जिस तरीके से काम किया, वह अपने आप में मिसाल है.
वीडियो से छेड़छाड़ का आरोप
बता दें कि राजद नेता शिवचंद्र राम ने बिहार सरकार के मंत्री अशोक चौधरी का एक वीडियो क्लिप सोशल मीडिया पर जारी किया था. उन्होंने अपने ट्विटर हैंडल पर वीडियो क्लिप जारी करते हुए बिहार सरकार में भवन निर्माण मंत्री अशोक चौधरी पर लालू प्रसाद यादव को गाली देने का आरोप लगाया था. इस ट्वीट को तेजस्वी यादव ने री-ट्वीट किया था. साथ ही मुख्यमंत्री को पत्र लिख कर शिकायत की थी. वहीं अशोक चौधरी ने तेजस्वी यादव और राजद के आरोपों का खंडन किया था.