पटनाः बिहार की राजधानी पटना में बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल ने बिहार के बजट को लेकर अपनी प्रतिक्रिया (Sanjay Jaiswal reaction on Bihar budget ) दी है. उन्होंने कहा है कि बिहार का दुर्भाग्य है कि इस तरह का बजट सदन में पेश किया गया है. उन्होंने कहा कि पूरा देश उद्योग को बढ़ावा दे रहा है तो बिहार के बजट से उद्योग गायब है इससे लगता है कि बिहार सरकार के पास न हीं रोजगार का और न हीं विकास का कोई विजन है.
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बजट में औद्योगिक विकास की चर्चा तक नहींः उन्होंने कहा कि बजट में ना ही उद्योग की चर्चा की गई है और ना ही यह बताया गया है कि जिसे हम रोजगार देंगे, उसके लिए पैसा कहां से आएगा. यही कारण है कि इसी तरह का बजट बनाकर जनता को भ्रम में डालने की कोशिश कर रहे हैं. उन्होंने साफ-साफ कहा कि जिस तरह का बजट इस बार सदन में पेश किया गया है. उससे कभी भी बिहार के लोगों का भला नहीं होने वाला है. सरकार ने बजट पेश कर साफ-साफ यह संदेश दे दिया है कि पूरा बजट केंद्र सरकार पर आश्रित है. केंद्र प्रायोजित जो भी योजनाएं हैं. उसके तहत जो पैसा मिलेगा कहीं न कहीं उससे ही वह बिहार का विकास करेंगे.
"पूरा देश उद्योग को बढ़ावा दे रहा है तो बिहार के बजट से उद्योग गायब है इससे लगता है कि बिहार सरकार के पास न हीं रोजगार का और न हीं विकास का कोई विजन है. बजट में ना ही उद्योग की चर्चा की गई है और ना ही यह बताया गया है कि जिसे हम रोजगार देंगे, उसके लिए पैसा कहां से आएगा. यही कारण है कि इसी तरह का बजट बनाकर जनता को भ्रम में डालने की कोशिश कर रहे हैं"- संजय जयसवाल, बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष
बिहार सरकार बस टैक्स पर निर्भरः संजय जायसवाल ने कहा कि बिहार को टैक्स के रूप में जो पैसा आ रहा है. उसके अलावा कहीं से भी कोई कमाई नहीं है. जहां तक जीएसटी की वह बात कर रहे हैं. जीएसटी की वसूली जितनी राज्य में होती है, उसके अनुसार केंद्र सरकार लगातार पैसा दे रही है. केंद्र सरकार पर आरोप लगाते हैं जो पूरी तरह से निराधार है. बिहार का विकास करना नहीं चाहते हैं और कहीं ना कहीं जो बजट आज पेश हुआ है वो कहीं से भी बिहार को आत्मनिर्भर बनाने का नहीं दिख रहा है.
चंद्रशेखर मानसिक रूप से अपंगः संजय जायसवाल ने शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर को लेकर कहा कि वह मानसिक रूप से अपंग हो गए हैं. यही कारण है कि रामचरितमानस को लेकर इस तरह का बयान दे रहे हैं. उन्होंने कहा कि शिक्षा मंत्री ही नहीं सुधाकर सिंह भई इस तरह से बयान दे रहे हैं और कोई कार्रवाई राजद की ओर से नहीं की जा रही है. इससे स्पष्ट है कि राजद के लोग चाहते हैं कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार कुर्सी छोड़कर चले जाएं और तेजस्वी कुर्सी पर आसीन हो जाए. अब जो हालात है उससे पता चलता है नीतीश कुमार थेथर हैं और इतनी बेइज्जत होने के बाद भी अगर राजद चाह रही है कि वो नीतीश को गद्दी से उतार देगी तो ये संभव नहीं है. उन्होंने कहा की इस राजनीति में बिहार की जनता पीस रही है.