पटना: बिहार शिक्षक भर्ती परीक्षा परिणाम को लेकर सरकार पर निशाना साधते हुए बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने कहा कि बिहार में जिस तरह से शिक्षक बहाली के नाम पर फर्जीवाड़ा चल रहा है, वह सभी लोग देख रहे हैं. उन्होंने कहा कि जो शिक्षक अभ्यर्थी जो परीक्षा दे रहे हैं, उनको भी पता है कि किस तरह से शिक्षक बहाली चल रही है.
"नंगा-नृत्य और धोखाधड़ी की जा रही है, वह सभी लोग देख रहे हैं. शिक्षक बहाली नहीं बल्कि शिक्षक घोटाला चल रहा है. इसलिए इसकी उच्चस्तरीय जांच होनी चाहिए. जांच होगी तो दूध का दूध और पानी का पानी अलग-अलग हो जाएगा. सरकार का पर्दा भी हट जाएगा, इसके बाद बिहार की जनता समझ जाएंगे कि बिहार की सरकार किस तरह से लोगों को आंखों में धूल झोंक कर नौकरी देती है"- सम्राट चौधरी, अध्यक्ष, बिहार बीजेपी
'बिहार में शिक्षक बहाली नहीं शिक्षक घोटाला': सम्राट चौधरी ने साफ तौर पर कहा कि यह शिक्षक बहाली प्रक्रिया नहीं बल्कि शिक्षक घोटाला हो रहा है. यह स्पष्ट तौर पर बिहार के नौजवान देख रहे हैं. जो लोग पास नहीं हैं, उनको भी पास कराया जा रहा है. शिक्षक बहाली में पारदर्शिता का ख्याल नहीं रखा गया है. पहले से जो लोग दूसरी सरकारी नौकरी में हैं, उन्हीं को नियुक्ति पत्र दिया जा रहा है. यह सरासर गलत है.
शिक्षक बहाली के बहाने सियासी लाभ की कोशिश: बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि बिहार की नीतीश सरकार जनता को धोखा दे रही है. आज पढ़े-लिखे नौजवान सड़क पर हैं और बिहार सरकार अपनी राजनीतिक लाभ के लिए 2 नवंबर को बड़े पैमाने पर कार्यक्रम कर के नियुक्ति पत्र बांटने का काम कर रही है, यह बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.