पटना : बिहार में राजभवन की ओर से शिक्षा विभाग के एसीएस केके पाठक के आदेश को शिथिल कर देने पर अब नया सियासी बवाल खड़ा हो गया है. इसी कड़ी में बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने जमकर नीतीश कुमार पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा है कि बिहार सरकार बीमार हो गई है. बिहार के मुख्यमंत्री बीमार हैं और पूरे राज्य को बीमार करना चाहते हैं.
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सम्राट ने की शिक्षकों के वेतन दोगुनी करने की वकालत : वहीं जब उनसे पूछा गया कि अशोक चौधरी ने बयान दिया है कि विश्वविद्यालयों को जब राज्य सरकार फंड देती है तो उसकी बात भी माननी होगी. इस पर सम्राट चौधरी ने कहा कि देखिए शिक्षकों से अगर कबाड़ बेचवाना है, दारू का बोतल पकड़वाना है, बोरा बेचवाना है, जातीय जनगणना करवाना है तो उनको वेतन भी दोगुना देना पड़ेगा.
"बिहार की सरकारी पार्टी बीमार है और सीएम नीतीश कुमार चाहते हैं कि पूरा सिस्टम बिहार का बीमार हो जाए. यह उसी का परिचायक है".- सम्राट चौधरी, प्रदेश अध्यक्ष, बीजेपी
अशोक चौधरी के बयान से सियासी बवाल शुरू : अभी नया मामला बीआर अंबेडकर विवि के खिलाफ केके पाठक के आदेश को राजभवन द्वारा रद्द करने का आया हुआ है. इसको लेकर बिहार सरकार के मंत्री अशोक चौधरी ने बयान दिया कि जब विश्विद्यालयों की फंडिंग बिहार सरकार करेगी, तो गाइडलाइन भी सरकार की ही माननी होगी. अगर विश्वविद्यालय चाहती है कि राज्य सरकार की इसमें कोई दखल न हो तो फंड न लेकर खुद इंतजाम करे. अब इसको लेकर सियासत शुरू हो गई है.
सरकार को घेरने में जुटी बीजेपी : बिहार में विपक्षी पार्टी हर कदम पर सरका को घेरने में लगी है. अभी एक दिन पहले अररिया में हुई पत्रकार की हत्या और उससे पहले समस्तीपुर में हुई दारोगा की हत्या हो गई थी. इन घटनाओं को लेकर बीजेपी लगातार नीतीश कुमार और बिहार सरकार को घेर रही है. इसी बीच शिक्षा विभाग के नए-नए फरमान भी जारी कर दिए गए. इसको लेकर शिक्षकों में काफी गुस्सा देखा जा रहा है और अब बीजेपी इसे मुद्दा बना रही है. वहीं बीजेपी नेताओं के बयान पर सरकार के मंत्री भी प्रतिक्रिया देने से नहीं चूक रहे.