पटना: बिहार में राजस्व विभाग में बड़ा बखेड़ा खड़ा हो गया है. राजस्व कर्मचारियों की नियुक्ति प्रक्रिया को लेकर बीजेपी और राजद आमने-सामने है. बीजेपी की ओर से कहा गया है कि बिहार में नियुक्ति घोटाला (Bihar recruitment scam) चल रहा है और राजद के लोग आम जनता की आंखों में धूल झोंकने का काम कर रहे हैं.
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बीजेपी प्रवक्ता ने तेजस्वी यादव पर बोला हमला: बीजेपी प्रवक्ता निखिल आनंद (BJP spokesperson Nikhil Anand) ने कहा है कि राजद के लोग आम लोगों को बेवकूफ बना रहे हैं. कर्मचारियों को नियुक्ति पत्र दिया जा चुका है, उनका जिला भी आवंटित हो चुका है लेकिन अब सरकार के द्वारा नियुक्ति पत्र बांटे जा रहे हैं. यह अजूबा घटना है. भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि रोजगार के नाम पर तेजस्वी यादव बिहार वासियों को ठगने का काम कर रहे हैं.
"बिहार में महागठबंधन सरकार का खेल बड़ा अजीब है, निराला भी है. हम सभी ने देखा की किस तरीके से एक उद्घाटन समारोह में दो फीते बांधे गये. ऊपर वाला उप मुख्यमंत्री काटते हैं. नीचे वाला मुख्यमंत्री काटते हैं. इससे पहले भी एक केंद्रीय मंत्री जब बिहार में उद्घाटन समारोह में आए तो एक ही रिबन के फीते को मुख्यमंत्री जी दूसरी कैंची से काटते दिख रहे हैं. अब बिहार में नियुक्ति घोटाला महागठबंधन की सरकार करने जा रही है. 2 अगस्त 2022 को बिहार के तत्कालीन भूमि सुधार मंत्री राम सुरत राय 4 हजार 325 राजस्व कार्मचारियों की नियुक्ति की. जिलों से नियुक्ति पत्र बांटे गये. जिला आवंटन हो चुका, पोस्टिंग की गई. पोस्टिंग को विभाग के वेबसाइट पर अपलोडिंग कर दिया गया. अब बिहार के उप मुख्यमंत्री और मुख्यमंत्री फिर से उन्हीं 4 हजार 325 कर्मचारियों को नियुक्ति पत्र बांटने जा रहे हैं और ये दावा करते हैं कि 20 लाख नौकरियां देंगे. उन नौकरियों को भी जोड़ रहे हैं. जो भारतीय जनता पार्टी के सरकार के दौरान दी गई थी. ये जो शिगुफा कर रहे हैं. धीरे-धीरे परत दर परत इसकी पोल खुल रही है."- निखिल आनंद, प्रवक्ता, बीजेपी
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बिहार में 4325राजस्व कर्मचारियों की नियुक्ति प्रक्रिया पूरी करने के बाद 2अगस्त2022 को तत्कालीन राजस्व एवं भूमि सुधार मंत्री @RamsuratRai का ट्वीट देखें।
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पहले ही इन नियुक्तियों में जिलास्तर पर नियुक्ति पत्र बांट दिए गए थे। अब डिप्टी सीएम का नई नियुक्ति पत्र का ट्वीट देखें। #Bihar pic.twitter.com/fp1l8x9IyLबिहार में 4325राजस्व कर्मचारियों की नियुक्ति प्रक्रिया पूरी करने के बाद 2अगस्त2022 को तत्कालीन राजस्व एवं भूमि सुधार मंत्री @RamsuratRai का ट्वीट देखें।
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पहले ही इन नियुक्तियों में जिलास्तर पर नियुक्ति पत्र बांट दिए गए थे। अब डिप्टी सीएम का नई नियुक्ति पत्र का ट्वीट देखें। #Bihar pic.twitter.com/fp1l8x9IyL
क्या है पूरा मामला: बिहार में 4325 राजस्व पदाधिकारियों की नियुक्ति का मामला विवादों में आ गया है. बिहार सरकार की ओर से सभी अधिकारियों को आज नियुक्ति पत्र बांटे जाने थे, लेकिन उससे पहले ही पूरे प्रक्रिया पर सवाल उठने लगे. पूर्व राजस्व मंत्री रामसूरत राय ने ट्वीट कर सरकार पर हमला बोला. उन्होंने कहा कि जिन पदाधिकारियों को नियुक्ति पत्र बांटने की बात हो रही है, उनकी नियुक्ति पहले ही की जा चुकी है और उन्हें नियुक्ति पत्र भी दिया जा चुका है. तत्कालीन राजस्व एवं भूमि सुधार मंत्री राम सूरत राय का यह प्रेस नोट विभाग ने 2 अगस्त 2022 को ट्वीट किया था. 4325 राजस्व कर्मचारियों को जिला आवंटित कर सूची वेबसाइट पर अपलोड हो चुकी है. अब बिहार के सीएम और डिप्टी सीएम नई नौकरी देने का नाटक कर नियुक्ति पत्र बांटने जा रहे हैं.
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