नई दिल्ली: कोरोना महामारी जैसे आपदा के समय में प्रदेश की जनता के बीच से गायब रहने वाले नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव पर बीजेपी ने कड़ा हमला बोला है. बीजेपी की ओर से कहा गया कि कोरोना महामारी के कारण राज्य की जनता का बुरा हाल है लेकिन तेजस्वी जनता के बीच जाने के बदले वर्चुअल बैठक कर रहे हैं. वो सिर्फ सोशल मीडिया पर ही राजनीति कर रहे हैं.
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बिहार बीजेपी प्रवक्ता डॉ. राम सागर सिंह ने नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव पर हमला करते हुए कहा कि राज्य में जब भी संकट आता है तो तेजस्वी गायब हो जाते हैं. वो बिहार से बाहर चले जाते हैं. चमकी बुखार, बाढ़ और कोरोना काल सहित कई आपात स्थिति में तेजस्वी जनता के बीच में नहीं जाते हैं. जनता से उनको कोई मतलब नहीं है. संकट की घड़ी में बिहार से बाहर रहने का क्या मतलब है?
'नेता प्रतिपक्ष की भूमिका नहीं निभा रहे तेजस्वी'
इसके साथ ही डॉ. राम सागर सिंह ने कहा कि तेजस्वी की स्थिति इतनी खराब है कि वह जहां से विधायक हैं, वहां पर उनकी गुमशुदगी के पोस्टर लगे हुए हैं. तेजस्वी यादव नेता प्रतिपक्ष की भूमिका ठीक से अदा नहीं कर पा रहे हैं. वह बिहार की जनता पर बोझ बन चुके हैं. ऐसे लोगों की बिहार को जरुरत नहीं है. नेता प्रतिपक्ष के पद से उनको इस्तीफा दे देना चाहिए. वह सिर्फ लालू के बेटे होने का लाभ वह ले रहे हैं.
'तेजस्वी को नहीं आती राजनीति'
बीजेपी प्रवक्ता ने तेजस्वी यादव पर आरोप लगाते हुए कहा कि उन्हें राजनीति करनी नहीं आती है. तेजस्वी यादव सिर्फ सोशल मीडिया के जरिए राजनीति करते हैं. सोशल मीडिया के जरिए सरकार को घेरते हैं. उनकी सियासत बस वहीं तक सीमित है. ट्विटर बालक बनकर ही रह गए हैं. इन सब चिजों से उनको ऊपर उठाना चाहिए. तेजस्वी से बिहार की जनता बहुत गुस्सा है. जनता समझ चुकी है कि इनको हम लोगों से कोई मतलब नहीं है. अपने सियासत चमकाने के लिए सरकार को घेरते रहते हैं. असल में तेजस्वी यादव जमीन पर से गायब रहते हैं.