पटनाः नौकरी देने के बदले जमीन मामले में लालू यादव के खिलाफ लगातार शिकंजा (CBI investigation against Lalu Yadav) कसता जा रहा है. मंगलवार को सीबीआई की टीम दिल्ली में मीसा भारती के आवास पर लालू यादव से पूछताछ की. सीबीआई की इस कार्रवाई को लेकर महागठबंधन के नेताओं में खलबली मची है. लालू समर्थक लगातार BJP पर आरोप लगा रहे हैं. जिसपर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष संजय जयसवाल ने पलटवार किया है. कहा कि सीबीआई के कहने पर लालू यादव ने घोटाले किए थे क्या?
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"सीबीआई ने कहा था कि लालू यादव नौकरी जमीन लेके दें. सीबीआई ने कहा था कि चारा घोटाला करें. जब तक जमीन गिफ्ट में नहीं लेंगे तब तक रेलवे में नौकरी नहीं देंगे, जो करिएगा वह भरिएगा. चुनाव को लेकर आरोप लगाया जा रहा है, लेकिन अभी तो चुनाव आने में एक साल है. चुनाव के समय उनका अता पता भी नहीं लगेगा." -संजय जयसवाल, प्रदेश अध्यक्ष, भाजपा
महागठबंधन नेता अनर्गल बयानबाजी कर रहेः लालू समर्थक आरोप लगा रहे हैं कि सीबीआई BJP के इशारे पर काम कर रही है. सीबीआई भाजपा का तोता बन गया है, जिसपर संजय जायसवाल ने महागबंधन पर पलटवार किया है. कहा कि राजद नेताओं को यह बताना चाहिए कि लालू यादव ने जितने घोटाले किए हैं, क्या वह सीबीआई के कहने पर किया है. लालू यादव को बताना चाहिए कि जमीन के बदले नौकरी किसके कहने पर दी थी. प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि महागठबंधन नेता अनर्गल बयानबाजी कर रहे हैं. नीतीश कुमार को लेकर प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि अब एनडीए में उनकी इंट्री नहीं हो सकती है. चुनाव आने दीजिए महागठबंधन नेताओं को सब पता चल जाएगा.
क्या है मामलाः बता दें परिवार की मुश्किलें कम होती नहीं दिख रही है. जमीन के बदले नौकरी देने के मामले की जांच सीबीआई कर रही है. यह मामला 14 साल पुराना है. जिसमें नौकरी के बदले जमीन लेने सहित कई घोटाला शामिल है. उस वक्त लालू यादव रेल मंत्री थे. इस मामले में लालू यादव, पत्नी राबड़ी देवी, बेटी मीसा भारती और हेमा यावद सहित 12 लोगों को पर चार्जशीट दर्ज किया गया है. बिना कोई भर्ती के लिए नियुक्ती निकाले ही लोगों को रेलवे में नौकरी दे दी गई थी.