पटना: छपरा शराब कांड (Chapra Hooch Tragedy) ने बिहार में शराबबंदी कानून की पोल खोलकर रख दी है. विपक्ष नीतीश सरकार पर लगातार हमलावर है. इस बीच बीजेपी सांसद सुशील कुमार मोदी (BJP MP Sushil Kumar Modi) ने राज्य सरकार पर सारण एसपी संतोष कुमार (Saran SP Santosh Kumar) को बचाने का आरोप लगाया है. उन्होंने ट्वीट कर कहा कि सारण में तीन माह के भीतर जहरीली शराब से मौत की दो बड़ी घटनाओं के बाद भी सरकार वहां के एसपी को बचा रही है. चौकीदार और कुछ छोटे अधिकारियों पर कार्रवाई करना बताता है कि सरकार केवल दिखावा कर रही है.
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सुशील कुमार मोदी ने की सारण एसपी को हटाने की मांग: सुशील मोदी ने अपने ट्विटर हैंडल पर लिखा, "जहरीली शराब कांड में सारण के एसपी को बचा रही नीतीश सरकार. चौकीदार और छोटे अधिकारियों पर कार्रवाई सिर्फ दिखावा. क्या एसपी की कृपा के बिना दियारा में हैं अवैध शराब की सैंकडों भट्टियां? पीड़ितों को मुआवजा देने के बारे में मंत्रियों के बयान परस्पर विरोधी."
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पीड़ित परिवार के लिए मुआवजे की मांग: बीजेपी नेता ने जहरीली शराब पीने से जान गंवाने वाले परिवारों के लिए एक बार फिर मुआवजे की मांग की. उन्होंने कहा कि उत्पाद कानून की धारा- 42 में पीड़ितों को 4-4 लाख रुपये मुआवजा देने का प्रावधान होने के बाद भी सरकार के मंत्री परस्पर विरोधी बयान दे रहे हैं. पूर्व डिप्टी सीएम ने कहा कि जहरीली शराब कांड के पीड़ितों के साथ वैसा कठोर रवैया अपनाया जा रहा है, जैसा हत्या-बलात्कार के संगीन मामले में अपराधियों के आश्रितों के प्रति होता है.
छपरा जहरीली शराबकांड में बड़ा खुलासा: सारण एसपी संतोष कुमार ने छपरा शराब कांड में खुलासा करते हुए बताया था कि भारी मात्रा में होम्योपैथिक दवाई की खाली शीशी बरामद की गई है. इसी से जहरीली शराब की सप्लाई होती थी. साथ ही उन्होंने जानकारी दी है कि इस मामले में पांच लोगों को गिरफ्तार किया गया है. एसपी ने कहा कि छपरा मामले की जांच के लिए हमने एसडीपीओ सोनपुर के नेतृत्व में एसआईटी गठित की थी. इसमें डीएसपी हेडक्वार्टर सहित कुल 34 पुलिस कर्मी शामिल थे. हमलोगों ने इस कांड का उद्भेदन कर दिया है. इस कांड का मास्टर माइंड राजेश सिंह उर्फ डॉक्टर के नाम से प्रसिद्ध है. उसके अन्य साथियों शैलेंद्र राय सप्लायर, सोनू, संजय महतो और अर्जुन महतो को गिरफ्तार किया गया है. इसके पूर्व भी नौ गिरफ्तारी हो चुकी है. पूरे नेटवर्क को खंगाल लिया गया है. छपरा में जहरीली शराब पीने से 76 से अधिक लोगों की मौत हुई है.
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