पटना : पूर्व उपमुख्यमंत्री एवं राज्यसभा सदस्य सुशील कुमार मोदी विपक्षी एकता बैठक में शामिल होने वाले दलों पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि विपक्षी एकता के नाम पर भ्रष्टाचार में डूबे वंशवादी दलों की बैठक बुलायी गई है. ये सभी दल केवल अपनी-अपनी दुकान बचाने के लिए एक-साथ दिख रहे हैं. इस जुटान का न देशहित, लोकतंत्र और विकास से कोई वास्ता है, और न इनमें से कोई दल अपने प्रभाव वाले राज्य में दूसरे गैर-भाजपा दल से हाथ मिलाने को तैयार हैं.
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'जेल या बेल वाले करेंगे विपक्षी एकता की बैठक' : बीजेपी के राज्यसभा सांसद सुशील मोदी ने कहा कि जिन दलों ने इसमें भाग लेने की सहमति दी है उनमें कांग्रेस, राजद, सपा, टीएमसी, माकपा, झामुमो, द्रमुक सहित दर्जन-भर पार्टियां ऐसी हैं, जिनका नेतृृत्व किसी एक परिवार के हाथ में है. इनके बड़े नेता भ्रष्टचार के मामलों में जेल या बेल के बीच झूल रहे हैं. राजद प्रमुख लालू प्रसाद चारा घोटाला के सभी मामलों में सजायाफ्ता होकर जमानत पर हैं. राजद में दूसरी पीढी के नेता नौकरी के बदले जमीन मामले में कभी भी जेल जा सकते हैं.
विपक्षी दल आपस में एक दूसरे को मिटाने पर तुले : मोदी ने कहा कि दो दिन पहले द्रमुक सरकार के बिजली मंत्री गिरफ्तार हुए. आप, टीएमसी, एनसीपी के दो-दो मंत्री जेल में हैं या बेल पर हैं. एक तरफ भाजपा-विरोधी दल राष्ट्रीय स्तर एक होने का नाटक करते हैं और दूसरी तरफ अपने-अपने राज्य में एक-दूसरे को मिटाने पर तुले हैं, यह कैसी एकता है? ममता बनर्जी ने बंगाल में कांग्रेस और माकपा के लिए दरवाजे बंद कर रखे हैं. केजरीवाल की पार्टी दिल्ली और पंजाब में कांग्रेस से कोई दोस्ती करने को तैयार नहीं.
''भारतीय राजनीति में पहली बार ऐसी विपक्षी एकता की कोशिश हो रही है, जो केवल भ्रष्टचार और वंशवाद के समर्थन में है. 23 जून को नीतीश कुमार जेपी की कर्मभूमि पटना को कलंकित करने वाले हैं.''- सुशील कुमार मोदी, बीजेपी सांसद, राज्यसभा