नई दिल्ली/पटना: बिहार से बीजेपी के राज्यसभा सांसद और पार्टी के वरिष्ठ नेता सतीश चंद्र दुबे (Satish Chandra Dubey) ने कहा कि विपक्षी दलों को एकजुट करने की कोशिश में जुटे लालू यादव (Lalu Yadav) पहले यह बताएं कि उनका नेता कौन होगा? मुलायम सिंह यादव, शरद पवार या शरद यादव? लालू यादव पहले इसका जवाब दें.
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सतीश चंद्र दुबे ने कहा, 'क्या इनके साथ कांग्रेस रहेगी? विपक्ष में तो कांग्रेस सबसे बड़ी पार्टी है. क्या राहुल गांधी इन लोगों के नेता होंगे? इन सब बातों का जवाब लालू को देना चाहिए. विपक्षी दल खुद एकजुट नहीं हैं. नेता कौन बनेगा, इसको लेकर उधर मारामारी है. जनता का विश्वास भी इन नेताओं पर से उठ गया है. अगर बड़ा महागठबंधन बनेगा भी तो एनडीए (NDA) को कोई नुकसान नहीं होगा. ये सब लोग फेल हो जाएंगे.'
"राजद का यह कहना कि लालू बिहार जाएंगे तो बिहार में एनडीए की सरकार गिर जाएगी. इस दावे में कोई दम नहीं है. लालू को भले जेल हुई थी, लेकिन वह तो रांची के रिम्स अस्पताल में थे. चाहते तो सरकार गिरा सकते थे. लालू जब जेल से बाहर थे तब भी काफी साल तक बीजेपी और जदयू की सरकार रही. लालू सरकार नहीं गिरा पाए. बिहार में एनडीए सरकार एकजुट है. सरकार पूरे 5 साल चलेगी."- सतीश चंद्र दुबे, राज्यसभा सांसद, बीजेपी
बता दें कि चारा घोटाला (Fodder Scam) मामले में जमानत मिलने के बाद से राजद सुप्रीमो लालू यादव दिल्ली में अपनी बेटी और राज्यसभा सांसद मीसा भारती के आवास पर रह रहे हैं. पूरी तरह अभी उनकी तबीयत ठीक नहीं है. डॉक्टरों की टीम उनका इलाज कर रही है. वह स्वास्थ्य लाभ ले रहे हैं. दूसरी तरफ सक्रिय राजनीति में भी वह वापसी करते दिख रहे हैं. विपक्ष के बड़े नेताओं से लगातार मिल रहे हैं. शरद पवार, मुलायम सिंह यादव और शरद यादव से मिल चुके हैं. वह मोदी सरकार के खिलाफ राष्ट्रीय स्तर पर विपक्ष को एकजुट करने में लगे हैं.
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