पटना: बिहार में इन दिनों जाति जनगणना को लेकर राजनीति जारी है. विपक्ष लगातार जाति आधारित जनगणना कराने की मांग करने लगा है. विपक्ष की मांग पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) ने एक बार फिर जातीय जनगणना की वकालत की है. उन्होंने कहा कि सारी रिपोर्ट केंद्र को भेज दी है. सीएम नीतीश के बयान के बाद बीजपी की मुश्किलें बढ़ गई हैं. वहीं नीतीश के बयान के बाद बीजेपी ने कहा सरकार सभी के हितों का ख्याल रख रही है.
इसे भी पढ़ें : जातीय जनगणना पर आर-पार: केंद्र के फैसले के विरोध में नीतीश कुमार, बोले- पुनर्विचार करना चाहिए
बीजेपी सांसद रामकृपाल यादव (MP Ramkripal Yadav) ने कहा कि जाति जनगणना को लेकर जो केंद्र सरकार स्टैंड ही पार्टी मानेगी. उन्होंने कहा कि जाति जनगणना को लेकर जो चर्चा चल रही है. केंद्र सरकार इस पर जरूर विचार विमर्श करेगी. कोई ना कोई निर्णय होगा जो ऑफिशियल होगा. अनऑफिशियल हम बयान तो दे नहीं सकते हैं.
'हम एक जनप्रतिनिधि हैं, और हमने भी मानसून सत्र के दौरान अपनी बातें रखी हैं. जाति जनगणना को लेकर सरकार के तरफ से कहा जा रहा है कि कुछ सीमित लोगों के ही जाति जनगणना ओपन हो पाएगा. हमें इसके बारे में कोई जानकारी नहीं है. जाति जनगणना को लेकर विपक्ष द्वारा लगाए जा रहे आरोप पर बीजेपी सांसद ने कहा कि विपक्ष के पास कोई मुद्दा नहीं है. वह मुद्दा विहीन है, इसलिए लोगों को दिग्भ्रमित करने के लिए इस तरह के मुद्दे उठाते रहते हैं.' :- रामकृपाल यादव, भाजपा सांसद
वहीं जाति जनगणना को लेकर हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जीतन राम मांझी अपनी राय रख चुके हैं. जिस पर रामकृपाल यादव ने कहा हम पार्टी के कोई प्रवक्ता नहीं हैं. जो इन नेताओं के बयान पर अपनी प्रतिक्रिया दें . लेकिन सरकार सबके हित के बारे में सोचकर आगे कार्य कर रही है.
इसे भी पढ़ें : जातीय जनगणना का मामला केंद्र सरकार का, सदन में विपक्ष के हर सवाल का देंगे जवाब- जीवेश कुमार मिश्रा
बता दें कि जाति जनगणना को लेकर जैसे ही विपक्ष इस मुद्दे को लेकर सरकार को घेरने में लगा हुआ है. विपक्ष द्वारा लगाए जा रहे आरोप के बाद सीएम नीतीश कुमार ने भी जाति जनगणना को लेकर अपनी गेंद अब बीजेपी के पाले में फेंक दी है. देखने वाली बात होगी कि केंद्र सरकार जाति जनगणना को लेकर क्या कुछ निर्णय लेती है.