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मालेगांव ब्लास्ट: गवाह के खुलासे पर बोली BJP- 'सोनिया गांधी मांगे माफी, निर्दोष हिंदुओं को फंसाने की हुई कोशिश'

2008 मालेगांव बम धमाका (Malegaon Blast 2008) मामले में एक और गवाह अपने बयान से मुकर गया है. जिसके बाद बीजेपी सांसद राकेश सिन्हा ने कहा कि कांग्रेस समेत सोनिया गांधी को देश से माफी मांगना चाहिए.

बीजेपी सांसद राकेश सिन्हा
बीजेपी सांसद राकेश सिन्हा
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Published : Dec 29, 2021, 4:20 PM IST

Updated : Dec 29, 2021, 4:35 PM IST

नई दिल्ली/पटना: बीजेपी के राज्यसभा सांसद एवं संघ विचारक राकेश सिन्हा ने कहा कि मालेगांव ब्लास्ट केस (Rakesh Sinha Statement on Malegaon Blast Case) में गवाह ने जो खुलासा किया वो चौंकाने वाला है. कांग्रेस समेत सोनिया गांधी को माफी मांगनी चाहिए. भगवा आतंकवाद के नाम पर बीजेपी और संघ के नेताओं को गंदी राजनीति में फंसाने की कोशिश की गई थी. अब सब कुछ साफ हो गया है.

ये भी पढ़ें- मालेगांव धमाका : बयान से मुकरा गवाह, बोला- ATS ने योगी आदित्यनाथ का नाम लेने पर किया था मजबूर

बीजेपी सांसद राकेश सिन्हा (BJP MP Rakesh Sinha) ने कहा कि 2008 में मालेगांव ब्लास्ट की घटना घटी. 2014 तक कोई साक्ष्य नहीं मिला था. ये घटना हो या फिर समझौता एक्सप्रेस मामला हो, सभी में निर्दोष हिंदुओं को फंसाने की कोशिश की गई. कांग्रेस के शासनकाल में निर्दोष हिंदुओं को भगवा आतंकवादी कहा गया. मालेगांव ब्लास्ट मामले में एटीएस कांग्रेस आलाकमान की कठपुतली के तौर पर काम कर रही थी.

मालेगांव ब्लास्ट केस पर राकेश सिन्हा का बयान

''भगवा आतंकवाद जैसी बात करने वाले कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सुशील शिंदे, चिदंबरम समेत किसी भी अन्य नेताओं को कांग्रेस आलाकमान ने माफी मांगने के लिए कभी नहीं कहा और ना ही अपने शब्द वापस लेने को कहा, क्योंकि यह सब नेता कांग्रेस आलाकमान के इशारे पर ही बयानबाजी करते थे. यूपीए सरकार ने तथाकथित भगवा आतंकी मामलों में बीजेपी और आरएसएस नेताओं को घसीटने के लिए पूरी ताकत लगा दी थी.''- राकेश सिन्हा, राज्यसभा सांसद, बीजेपी

ये भी पढ़ें- मालेगांव ब्लास्ट मामला : मुंबई की अदालत में पेश हुईं आरोपी प्रज्ञा ठाकुर

बता दें कि साल 2008 के मालेगांव विस्फोट मामले में एनआईए कोर्ट में गवाह ने एटीएस पर प्रताड़ना का आरोप (ATS accused of Harassment) लगाया. साथ ही उसने बताया कि उसे बीजेपी के योगी आदित्यनाथ समेत आरएसएस नेताओं का नाम लेने के लिए धमकी एटीएस की तरफ से दी गई थी. दबाव बनाया जा रहा था. अपने बयान में गवाह ने दावा किया है कि एटीएस ने उसे प्रताड़ित किया.

इस मामले में अब तक 220 गवाहों से पूछताछ हो चुकी और उनमें से पंद्रह मुकर गए. मामले के आरोपियों में लोकसभा सांसद प्रज्ञा सिंह ठाकुर, लेफ्टिनेंट कर्नल प्रसाद पुरोहित, सुधाकर द्विवेदी, मेजर रमेश उपाध्याय (सेवानिवृत्त), अजय रहीरकर, सुधाकर द्विवेदी, सुधाकर चतुर्वेदी और समीर कुलकर्णी शामिल हैं. ये सभी जमानत पर बाहर हैं.

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नई दिल्ली/पटना: बीजेपी के राज्यसभा सांसद एवं संघ विचारक राकेश सिन्हा ने कहा कि मालेगांव ब्लास्ट केस (Rakesh Sinha Statement on Malegaon Blast Case) में गवाह ने जो खुलासा किया वो चौंकाने वाला है. कांग्रेस समेत सोनिया गांधी को माफी मांगनी चाहिए. भगवा आतंकवाद के नाम पर बीजेपी और संघ के नेताओं को गंदी राजनीति में फंसाने की कोशिश की गई थी. अब सब कुछ साफ हो गया है.

ये भी पढ़ें- मालेगांव धमाका : बयान से मुकरा गवाह, बोला- ATS ने योगी आदित्यनाथ का नाम लेने पर किया था मजबूर

बीजेपी सांसद राकेश सिन्हा (BJP MP Rakesh Sinha) ने कहा कि 2008 में मालेगांव ब्लास्ट की घटना घटी. 2014 तक कोई साक्ष्य नहीं मिला था. ये घटना हो या फिर समझौता एक्सप्रेस मामला हो, सभी में निर्दोष हिंदुओं को फंसाने की कोशिश की गई. कांग्रेस के शासनकाल में निर्दोष हिंदुओं को भगवा आतंकवादी कहा गया. मालेगांव ब्लास्ट मामले में एटीएस कांग्रेस आलाकमान की कठपुतली के तौर पर काम कर रही थी.

मालेगांव ब्लास्ट केस पर राकेश सिन्हा का बयान

''भगवा आतंकवाद जैसी बात करने वाले कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सुशील शिंदे, चिदंबरम समेत किसी भी अन्य नेताओं को कांग्रेस आलाकमान ने माफी मांगने के लिए कभी नहीं कहा और ना ही अपने शब्द वापस लेने को कहा, क्योंकि यह सब नेता कांग्रेस आलाकमान के इशारे पर ही बयानबाजी करते थे. यूपीए सरकार ने तथाकथित भगवा आतंकी मामलों में बीजेपी और आरएसएस नेताओं को घसीटने के लिए पूरी ताकत लगा दी थी.''- राकेश सिन्हा, राज्यसभा सांसद, बीजेपी

ये भी पढ़ें- मालेगांव ब्लास्ट मामला : मुंबई की अदालत में पेश हुईं आरोपी प्रज्ञा ठाकुर

बता दें कि साल 2008 के मालेगांव विस्फोट मामले में एनआईए कोर्ट में गवाह ने एटीएस पर प्रताड़ना का आरोप (ATS accused of Harassment) लगाया. साथ ही उसने बताया कि उसे बीजेपी के योगी आदित्यनाथ समेत आरएसएस नेताओं का नाम लेने के लिए धमकी एटीएस की तरफ से दी गई थी. दबाव बनाया जा रहा था. अपने बयान में गवाह ने दावा किया है कि एटीएस ने उसे प्रताड़ित किया.

इस मामले में अब तक 220 गवाहों से पूछताछ हो चुकी और उनमें से पंद्रह मुकर गए. मामले के आरोपियों में लोकसभा सांसद प्रज्ञा सिंह ठाकुर, लेफ्टिनेंट कर्नल प्रसाद पुरोहित, सुधाकर द्विवेदी, मेजर रमेश उपाध्याय (सेवानिवृत्त), अजय रहीरकर, सुधाकर द्विवेदी, सुधाकर चतुर्वेदी और समीर कुलकर्णी शामिल हैं. ये सभी जमानत पर बाहर हैं.

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Last Updated : Dec 29, 2021, 4:35 PM IST
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