नई दिल्लीः बीजेपी के राज्यसभा सांसद राकेश सिन्हा ने भारत बंद को फ्लॉप करार दिया है. ईटीवी भारत संवाददाता से बातचीत में उन्होंने कहा कि बंद से सामान्य जन-जीवन पर कोई असर नहीं पड़ा है, बल्कि जिन पार्टियों ने बंद बुलाया है उनके दफ्तर के बाहर जरूर दिख रहा है.
बीजेपी सांसद ने कहा कि बंद रहने के कारण ऐसी पार्टियों के दफ्तर बंद हैं. राकेश सिन्हा ने कहा कि नरेंद्र मोदी सरकार के सामने सभी दलों का बुरा हाल है. राजनीतिक पार्टियां ने अपना अस्तित्व बचाए रखने के लिए ये भारत बंद बुलाया है, जो कि पूरी तरह से फ्लॉप साबित हुआ.
'बात-बात पर बंद बुलाना ठीक नहीं'
राकेश सिन्हा ने कहा कि जब स्थिति खराब हो या बड़ा संकट आये तब भारत बंद बुलाया जाता है. लेकिन वर्तमान की सियासी पार्टियां बात-बात पर भारत बंद का आह्वान करती है. इससे सबसे ज्यादा परेशानी व्यापारियों, आम लोगों और मजदूरों को होता है. उन्होंने आरोप लगाया कि विपक्षी पार्टियां बंद के दौरान उपद्रवियों को बुलाकर हंगामा भी खड़ा करवाती हैं. राकेश सिन्हा ने कहा कि लोकतंत्र में विरोध प्रदर्शन के और भी कई तरीके हैं, बार-बार बंद बुलाना ठीक नहीं है.
जायज मांग पर ध्यान देगी सरकार
राकेश सिन्हा ने आरोप लगाया कि विपक्षी पार्टी बंद के बहाने दुष्प्रचार और उन्माद फैलाकर सत्ता में वापसी करना चाहते हैं. उन्होंने कहा कि वो अपने मकसद में कभी कामयाब नहीं होंगे. बीजेपी सांसद ने कहा कि जात-पात, धर्म से ऊपर उठकर जनता ने नरेंद्र मोदी का समर्थन किया है. भारत बंद पर राकेश सिन्हा ने कहा कि अगर ट्रेड यूनियंस की मांगें मानने लायक होंगी तो उस पर जरुर ध्यान दिया जाएगा.
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सड़कों पर उतरे ट्रेड यूनियन के लोग
बता दें कि केंद्र सरकार की आर्थिक नीतियों के खिलाफ ट्रेड यूनियन की तरफ से भारत बंद का आह्वान किया गया है. जिसमें अलग-अलग पार्टियों से संबंध रखने वाली ट्रेड यूनियन के लोग पूरे भारत में सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. वहीं, ट्रेड यूनियन ने सरकार के सामने कई अहम मांगे रखी है.