पटना: बिहार विधानमंडल के शीतकालीन सत्र का आखिरी दिन भी काफी हंगामेदार रहा. जहां बीजेपी सदस्य द्वारा नीतीश कुमार के खिलाफ विधानसभा के पोर्टिको पर जमकर धरना प्रदर्शन दिया गया. इसी बीच भाजपा सदस्यों ने कहा मुख्यमंत्री जिस तरह से सदन में लगातार बयान बाजी कर रहे हैं, वह गलत है. जिस तरह की अभद्र टिप्पणी उन्होंने महिलाओं को लेकर की है. वह निश्चित तौर पर गलत है. ऐसे मुख्यमंत्री को अब एक मिनट भी पद पर रहने का अधिकार नहीं है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को अब इस्तीफा दे देना चाहिए क्योंकि बिहार के लोग अब समझ गए हैं कि वह मेंटली ठीक नहीं हैं.
मांझी जी से सदन में तू तड़ाक करना गलत: भाजपा एमएलसी जनक राम ने कहा कि मुख्यमंत्री जिस तरह का व्यवहार सदन में कर रहे है, जिस तरह महिलाओं को लेकर उन्होंने बातें कहीं. वह कहीं से भी उचित नहीं है. इसको लेकर वो भले ही माफी मांगे रहे. लेकिन उनका व्यव्हार बदल नहीं रहा. उन्होंने अब मांझी जी से सदन में तू तड़ाक किया है. आप समझिए कि ये कितना बड़ा अपमान है. ये अपमान सिर्फ मांझी जी का नहीं बल्कि दलितों का भी है.
'मुख्यमंत्री मेंटल केस हो गए हैं': उन्होंने कहा कि योग्यता और उम्र में मांझी जी सीएम से काफी बड़े है. फिर भी उन्होंने जान बूझकर सदन में मांझी जी को लेकर क्या बोला ये राज्य की जनता ने देखा है. अब मुख्यमंत्री मेंटल केस हो गए है. उन्हें कुछ नहीं पता चलता है कि वो कर क्या रहे है. वो अब कुछ भी कर ले, उनसे अब बिहार नहीं चल सकता है. इससे अच्छा है वो इस्तीफा दें दे. यहीं हमारी मांग है.
"भाजपा सिर्फ और सिर्फ सीएम नीतीश का इस्तीफा चाहती है, जिससे बिहार का कल्याण हो. बिहार की जनता भी यही चाहती है. उन्हें अब अपने पद पर एक मिनट भी नहीं रहना चाहिए." - जनक राम, विधान पार्षद, बीजेपी.
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