पटना: होली के बाद एक बार फिर से सोमवार को बिहार विधानमंडल का बजट सत्र शुरू हुआ. पहले दिन अलग-अलग मुद्दों को लेकर सदन के अंदर और बाहर विपक्ष का हंगामा देखने को मिला. वहीं, विपक्ष के कई सवालों से सरकार के मंत्री असहज दिखे. बीजेपी विधायक संजय सरावगी ने बिहार में पानी के लिए हत्या (Murders For Water in Bihar) का मामला उठाया. जिस पर सरकार की ओर से जवाब देते हुए मंत्री विजेंद्र यादव ने कहा कि सूबे में 112 हत्याएं हुईं हैं.
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पानी के लिए बिहार में सबसे अधिक हत्या: सत्र के आठवें दिन नल जल योजना को लेकर सवाल उठाते हुए संजय सरावगी ने कहा कि मुख्यमंत्री अपनी इस योजना की तारीफ करते नहीं थकते हैं, लेकिन इसके बावजूद आए दिन पानी के लिए लोग एक-दूसरे के खून के प्यासे हो जाते हैं. उन्होंने कहा कि देश में एक साल के अंदर पानी के लिए 265 जानें गईं हैं, जिनमें से सिर्फ बिहार में 112 लोगों की हत्या हुई है. यह सरकार के लिए शर्मनाक स्थिति है. राज्य सरकार को बताना चाहिए कि आखिर क्यों पानी के लिए इतनी जानें जा रही हैं. इसे रोकने के लिए आखिर सरकार ने क्या प्रयास किए हैं.
112 लोगों की पानी के लिए हत्या: बीजेपी विधायक के सवाल का जवाब देते हुए मंत्री विजेंद्र यादव ने कहा कि ये सच है कि पानी के लिए बिहार में एक साल में 112 लोगों की हत्या हुई है लेकिन इस मामले में बिहार अव्वल है, इसे नहीं माना जा सकता. उन्होंने कहा कि जब तक पूरा आंकड़ा सही से नहीं देखेंगे, इस बारे में कुछ नहीं कह सकते. मंत्री के कहने पर संजय सरावगी ने एनसीआरबी के आंकड़ों का हवाला भी दिया.
"सरकार ने भी पानी के लिए मौत की बात को स्वीकारा है, क्योंकि यह आंकड़ा सरकारी है. राष्ट्रीय अपराध अभिलेख ब्यूरो की ओर से यह आंकड़ा जारी किया गया है. जो राज्य सरकार आंकड़ा भेजती है, उसे ही यह जारी करती है. उसमें सरकार ने जो जवाब दिया है, उसमें 2019 में पूरे देश में 90 हत्या जल के कारण हुई है, जिसमें 44 बिहार में हुई. 2020 में पूरे देश में 118 हत्या हुई है, जिसमें 39 बिहार में. 2021 में 67 हत्या हुई है पूरे देश में और बिहार में 29"- संजय सरावगी, विधायक, बीजेपी