पटना: बिहार विधानसभा (Bihar Assembly) में प्रश्नकाल में बीजेपी विधायक पवन जायसवाल ने अपनी ही सरकार के सामने बिहार में गायब थानों का मामला (Issue of Missing Police Stations in Bihar) उठाया. बीजेपी विधायक पवन जायसवाल ने कहा कि इस सवाल पर सरकार का जवाब संतोषजनक नहीं था. सवाल को समय के अभाव के कारण विधानसभा अध्यक्ष ने स्थगित कर दिया. इस सवाल को ध्यान कर्षण में लाने की कोशिश करेंगे, यह गंभीर मामला है. जो भी इस मामले में दोषी हैं, सरकार को उस पर कार्रवाई करनी चाहिए.
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''मेरा सवाल आज भले ही नहीं आया है, लेकिन ऑनलाइन जवाब आया है. इसमें सरकार ने लापता थानों की जांच करने की बात मानी है. अगर सरकार जल्द उन थानों को नहीं खोजेगी तो इस मुद्दे को फिर उठाने की कोशिश करेंगे, यह गंभीर मामला है. अगर सरकार जल्द उन थानों को नहीं खोजेगी तो फिर सदन में सवाल उठाएंगे.''- पवन जायसवाल, विधायक, बीजेपी
दरअसल, बिहार के लापता 99 थानों को खोजने के लिए पवन जायसवाल ने विधानसभा में सवाल उठाया था. उन्होंने गृह विभाग से सवाल पूछते हुए कहा है कि बिहार के 62 थाने और 27 ओपी का नोटिफिकेशन पुलिस मुख्यालय को नहीं मिल रहा है. वहीं, थानों में सीसीटीवी कैमरा लगाने वाली कंपनी टीएएसएल को भी उक्त थाना और ओपी नहीं मिल रही है. इसमें पूर्वी चंपारण जिले के गाड़िया बाजार, जमुनिया, गीतवा, नवाब रामपुर, खजुरिया नारायण चौक लखौर, सहित राजधानी पटना जिले के इमामगंज, मुसल्लहपुर, चित्रगुप्त नगर सहित 99 ओपी और थाना लापता सूची में शामिल हैं. इसे खोजने में राज्य पुलिस मुख्यालय नाकाम है.
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