पटना: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राहुल गांधी की सदस्यता बहाल होने के बाद कहा था कि इस बार देश भर में विपक्ष एकजुट है और केंद्र सरकार को गद्दी से उतारेंगे. इसको लेकर बीजेपी विधायक नीरज सिंह बबलू ने बड़ा बयान दिया है और कहा है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को मेमोरी लॉस हो गया है. कभी वो कुछ बोलते हैं तो कभी कुछ बोलते हैं.
मुख्यमंत्री नीतीश को साधु बन जाने की नीरज बबलू ने दी सलाह: बन नीरज बबलू ने कहा कि नीतीश कुमार लाल किला के सामने झंडा फहराने का ख्वाब देखते हैं तो कभी अपने आपको प्रधानमंत्री का उम्मीदवार अपने नेताओं से घोषित करवाते हैं, वो होनेवाला नहीं है. हमें लगता है कि आजकल वो भविष्यवक्ता बने हुए हैं. तरह-तरह की भविष्यवाणी कर रहे हैं. उन्हे पहले अपने राजनीतिक जीवन के बारे में भविष्यवाणी करनी चाहिए कि उनका क्या होगा? उन्हें तो अब चोला बदल साधु बन जाना ही उचित रहेगा.
"महागठबंधन सरकार में राजपूत समाज की उपेक्षा की जा रही है. सुनील सिंह विधान पार्षद हों या सुधाकर सिंह विधायक दोनों के साथ क्या व्यवहार किया जा रहा है ये राज्य के राजपूत समाज देख रहे हैं. राजपूत समाज के लोगों को अब समझ में आ रहा है कि राजद गठबंधन उनके साथ क्या कर रही है. इसलिए राजपूत समाज के लोगों ने इसको लेकर अपना मन बना लिया है कि उन्हे अगले चुनाव में किसी भी हालत में महागठबंधन के साथ नहीं रहना है."- नीरज कुमार बबलू,बीजेपी विधायक
राजद ने कहा- 'क्षत्रिय हैं पार्टी अध्यक्ष': वहीं बीजेपी विधायक के बयान पर राजद प्रवक्ता शक्ति सिंह यादव ने पलटवार किया है. उन्होंने कहा कि भाजपा के लोगों को विपक्षी एकता को देखकर मेमोरी लॉस हुआ है. सदन से लेकर सड़क तक वो कुछ से कुछ बोल रहे है. सरकार पर राजपूत समाज के अपमान के आरोपों पर शक्ति सिंह ने कहा कि याद रखना चाहिए कि अभी भी राजद के अध्यक्ष जगदानंद सिंह हैं, जो क्षत्रिय हैं.
"रघुवंश सिंह से लेकर कई राजपूत समाज के लोगों को लगातार पार्टी के शीर्ष पदों पर रखने का काम राजद ने किया है. राजद सभी समाज को लेकर राजनीति करता है. कभी भी कोई विभेद नहीं करता है. ऐसे आरोप लगाने वाले लोगों का मेमोरी लॉस हुआ है. इसलिए राजद के प्रदेश अध्यक्ष का नाम और जाति याद नहीं है."- शक्ति सिंह यादव, मुख्य प्रवक्ता,राजद