पटनाः बिहार में नौकरियों के लिए होने वाले परीक्षाओं के प्रश्न पत्र लगातार लीक हो रहे हैं. सिपाही भर्ती के लिए भी जो परीक्षा ली जा रही थी, उसके प्रश्न पत्र भी लीक हो गए. प्रश्न पत्र लीक होने के बाद से भाजपा सरकार पर हमलावर है. सिपाही भर्ती बोर्ड के अध्यक्ष को लेकर लगातार सवाल उठाए जा रहे हैं, भाजपा ने नीतीश सरकार को कटघरे में खड़ा किया है.
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एसके सिंघल को हटाने की मांग पर अड़ी बीजेपीः भाजपा विधान मंडल दल के नेता विजय सिन्हा ने कहा है कि सिपाही पेपर लीक होने पर 6 लाख अभ्यर्थियों के आने जाने और रुकने का पैसा बिहार सरकार को देना चाहिए. भाजपा नेता ने कहा कि एसके सिंघल को पद से मुक्त किया जाए और इसकी सीबीआई जांच कराई जाए, ताकि इस तरह की अनियमियतता आगे न हो.
"सिपाही भर्ती प्रश्न पत्र लीक होने पर पूरे देश में बिहार की फजीहत हुई है. कौन इस पूरे मामले में दोषी है इसकी जांच सीबीआई से होनी चाहिए. परीक्षा देने के लिए आए 6 लाख अभ्यर्थियों का जो खर्चा हुआ वो सरकार दे. कब तक ये सरकार बिहार के नौजवानों को ठगती रहेगी. उनके भ्रष्ट अध्यक्ष एसके सिंघल पहले से ही दोषी हैं. इसकी जांच होनी चाहिए"- विजय सिन्हा, नेता प्रतिपक्ष
पहले भी विवाद में घिरे थे एस के सिंघलः आपको बता दें कि एस के सिंघल पूर्व डीजीपी है और रिटायरमेंट के बाद उन्हें सिपाही भर्ती बोर्ड में सरकार ने नियुक्त किया है. सिंगल पर डीजीपी रहते हुए आईपीएस आदित्य कुमार के साथ मिली भगत के आरोप लगे थे. पटना उच्च न्यायालय के न्यायाधीश के नाम पर आदित्य कुमार को राहत देने के लिए षड्यंत्र रचा गया था. मामले को लेकर खूब हाय तौबा मची थी. इस पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा था कि अब सिंगल रिटायर करने वाले हैं इन सब बातों को छोड़िए.