पटना: बिहार विधानसभा चुनाव से पहले सीट शेयरिंग को लेकर मंथन शुरू हो चुका है. भाजपा और जदयू के बीच अभी सीटों को लेकर स्पष्ट नहीं है. भाजपा ने अपने इरादे जाहिर कर दिए हैं. पार्टी 50-50 के फार्मूले पर समझौता चाहती है.
बिहार विधानसभा चुनाव से पहले सीट शेयरिंग एनडीए के लिए बड़ा मुद्दा है. जदयू जहां बड़े भाई की भूमिका में रहना चाहती है. वहीं, भाजपा बराबरी पर समझौता करने के मूड में है. लोकसभा चुनाव के दौरान भाजपा 17 सीटों पर चुनाव लड़ी थी. जदयू के लिए भाजपा ने पांच सीटों की कुर्बानी दी थी. भाजपा उपाध्यक्ष मिथिलेश तिवारी का मानना है कि लोकसभा चुनाव के दौरान हमने इसलिए कुर्बानी दी थी कि प्रधानमंत्री हमारा बनने वाले थे और आज की तारीख में नीतीश कुमार को मुख्यमंत्री बनना है, तो वैसे ही स्थिति में जदयू को कुर्बानी देने के लिए तैयार रहना चाहिए.
50- 50 का फार्मूला
भाजपा नेता ने कहा कि हर कार्यकर्ताओं की इच्छा है कि जिस तरीके से लोकसभा चुनाव के दौरान 50- 50 के फार्मूले पर सीटों का बंटवारा हुआ, उसी तर्ज पर विधानसभा चुनाव में भी सीटों का बंटवारा होना चाहिए. साथ ही सीटिंग के फार्मूले पर सभी दलों को सहमत होना चाहिए.
'NDA में कोई विवाद नहीं है'
भाजपा नेता और कृषि मंत्री प्रेम कुमार ने कहा है कि राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन में कोई विवाद नहीं है. कार्यकर्ताओं के मनोभाव का सम्मान किया जाएगा. भाजपा कार्यकर्ताओं की पार्टी है. कार्यकर्ता अगर 50-50 के फार्मूले पर समझौता चाहते हैं, तो उस पर पार्टी विचार करेगी.