पटनाः बिहार में शराब से माैत मामले में सीएम नीतीश कुमार ने पीड़ित परिवार को 4-4 लाख मुआवजा देने की घोषणा की है. इसके बाद से विपक्ष के नेता में सियासी बयानबाजी तेज हो गई है. विपक्ष के नेता इसे चुनावी मुद्दा बता रहे हैं. इसी अंतराल में भाजपा केंद्रीय मंत्री आरके सिंह ने बिहार सरकार पर निशाना साधा. कहा कि यह मुआवजा देना एक चुनावी मुद्दा है. जब चुनाव नजदीक आया है तो इस तरह का ढोंग किया जा रहा है ताकि जनता से वोट हासिल कर सके. पूरी दुनिया जानती है कि बिहार में शराबबंदी फेल हो चुकी है.
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32 लोगों की मौतः बिहार में जिस तरह से शराब से लोगों की मौत हो रही है, इस पर सरकार का ध्यान नहीं है, लेकिन उत्तर प्रदेश में क्या है हो रहा है, इसपर सभी का ध्यान है. मोतिहारी में जहरीली शराब पीने से अब तक 32 लोगों की मौत हो चुकी है. बिहार जब से शराबबंदी हुई है, तब से सिर्फ गरीब लोगों की मौत हुई है. लेकिन सरकार कार्रवाई के बदले सिर्फ बयानबाजी कर रही है. बिहार में हर जगह शराब बिक रही है, इसमें अधिकारी की मिलीभगत है. जितने भी लोग मरे हैं, सभी गरीब परिवार से आते हैं.
"अब उनको लग रहा है कि चुनाव नजदीक है तो मुआवजे की बात कर रहे हैं, लेकिन पहले तो कोई मुआवजे की बात नहीं किए थे. इन्होंने जो नीति लाई इस नीति के कारण कितने गरीब लोग मर गए. कितने हजारों गरीब लोग जेल में है. शराब नीति का शिकार सिर्फ गरीब लोग ही हुए हैं. इसमें भ्रष्ट पदाधिकारियों को फायदा हुआ, जो तस्करी कराते हैं. एक एएसआई को सस्पेंड करने से काम चल जाएगा क्या. पूरे बिहार में धड़ल्ले से शराब बिक रही है." - आरके सिंह, केंद्रीय मंत्री, भाजपा