पटना : बिहार में आरक्षण के कोटा बढ़ने के बाद अभी भी सियासत जारी है. भारतीय जनता पार्टी का साफ-साफ कहना है कि पिछड़ों को आरक्षण मिले, इसको लेकर हम लोग लगातार प्रयास करते रहे हैं. चाहे वह मंडल कमीशन की बात हो, चाहे वह कर्पूरी ठाकुर के समय में आरक्षण की बात हो, सब में भारतीय जनता पार्टी ने साथ दिया है.
''इस बार भी आरक्षण का कोटा जो बढ़ा है, निश्चित तौर पर सर्वसम्मति से दोनों सदनों में पास किया गया है. भारतीय जनता पार्टी ने इसका साथ दिया है. हम लोग चाहते हैं कि आरक्षण बढ़े. जिसका जो हक है वह मिलता रहे. उसमें कहीं भी भाजपा की आपत्ति नहीं है. केंद्र में बैठी सरकार हो या राज्य में बैठी सरकार, लगातार समाज के अंतिम पंक्ति के लिए हम लोग सोचते रहते हैं.''- ऋतुराज सिन्हा, राष्ट्रीय मंत्री, बीजेपी
'नीतीश को इसका जवाब देना होगा' : भाजपा के राष्ट्रीय मंत्री ऋतुराज सिन्हा ने कहा कि आरक्षण का कोटा बिहार में बढ़ा दिया गया है, यह अच्छी बात है. हम लोगों ने भी समर्थन किया, लेकिन नीतीश कुमार को जवाब देना होगा कि बिहार का विकास उन्होंने किस ढंग से किया कि अभी भी दो करोड़ से ज्यादा ऐसा परिवार है, जिसकी मासिक आमदनी ₹6000 से ₹10000 के बीच में है. आप समझ लीजिए बिहार में लोगों का क्या हाल है.
'भ्रष्टाचार किया है तो भुगतना पड़ेगा' : निश्चित तौर पर वह विकास के दावे तो करते हैं लेकिन कितने लोगों को रोजगार दिए और क्यों यह हालत बिहार की है? इस पर जवाब इन्हें देना ही होगा. उन्होंने लालू यादव के करीबी अमित कत्याल की गिरफ्तारी को लेकर भी उन्होंने बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा है कि जो जैसा करेगा उसे भरना पड़ेगा. भ्रष्टाचार कोई करे उसे भुगतना ही पड़ेगा. इसमें कोई दो मत नहीं है.
ये भी पढ़ें-
Lok Sabha Election 2024 के लिए नीतीश ने खेला मास्टर स्ट्रोक, अब BJP क्या करेगी