पटना: बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल पर गिरफ्तारी और कुर्की जब्ती के आदेश से बीजेपी में खलबली मची है. बीजेपी के नेताओं ने इस बात पर अपनी नाराजगी जाहिर की है. वहीं, जेडीयू ने इस पर हाय तौबा नहीं मचाने की सलाह दी है.
'चुप्पी तोड़े सरकार'
बीजेपी उपाध्यक्ष मिथिलेश तिवारी ने कहा कि जिस पुलिसकर्मी ने प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल पर गलत आरोप लगाया है, उसपर कार्रवाई की जाए. उन्होंने ये भी कहा कि उस पुलिसकर्मी का तबादला ऐसी जगह होनी चाहिए, जहां पुलिसिंग का कोई काम ही न हो. इसके साथ-साथ मिथिलेश तिवारी ने सीएम नीतीश कुमार और उप मुख्यमंत्री सुशील मोदी से इस मामले में चुप्पी तोड़ने को कहा है.
'नहीं होनी चाहिए हाय तौबा'
वहीं, जेडीयू प्रवक्ता राजीव रंजन ने कहा कि इस मामले में किसी को हाय तौबा मचाना नहीं चाहिए. उन्होंने कहा कि उन पर जो भी मामला चल रहा है, उससे कोई समस्या नहीं होनी चाहिए. वह उनके प्रदेश अध्यक्ष बनने के पहले का मामला है. उन्होंने ये भी कहा कि संजय जायसवाल ने जो सीएम को पत्र लिखा है उसपर इतना रिएक्ट करने की जरूरत नहीं है.
ये भी पढ़ें:- बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष डॉ संजय जायसवाल पर लटकी गिरफ्तारी की तलवार
सोशल मीडिया के सहारे दी सफाई
बता दें कि इस पूरे मामले पर संजय जायसवाल ने अपनी सफाई के लिए सोशल मीडिया का सहारा लिया है. लेकिन, पूरी करवाई से पार्टी के बड़े नेता भी नाराज हैं. पार्टी के नेताओं को लगता है की प्रदेश अध्यक्ष को नीचा दिखाने के लिए ही यह सब कुछ किया गया है. ऐसे में देखना है मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की तरफ से क्या एक्शन होता है.
क्या है मामला?
बता दें कि बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष और बेतिया के सांसद संजय जायसवाल पर लोकसभा चुनाव के दौरान आचार संहिता उल्लंघन, लोगों को भड़काने और मारपीट करने का आरोप है. जिसके बाद उनपर केस दर्ज किया गया था.