पटना: आरजेडी नेता तेजप्रताप यादव (Tej Pratap Yadav) के 'हिटलर शाही' वाले बयान से प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह (RJD Bihar President Jagdanand Singh) अभी भी नाराज हैं. पिछले कई दिनों से वे पार्टी दफ्तर (RJD Office) नहीं आ रहे हैं. वहीं स्वतंत्रता दिवस पर पार्टी कार्यालय में उन्हें झंडोतोलन करना था, लेकिन जगदानंद सिंह पहुंचे ही नहीं. उनकी गैर मौजूदगी में तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) ने पार्टी कार्यालय में झंडा फहराया. अब इसे मसले पर राजनीति तेज हो गई हैं. बीजेपी और जदयू ने राजद पर निशाना साधते हुए हमला बोला है.
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पूरे प्रकरण में भाजपा और जदयू के प्रवक्ताओं ने तेज प्रताप यादव को जिम्मेवार बताया है. कहा- सीनियर नेताओं को अपमानित करके एक क्षेत्राधिकार बनाने में अमादा दिख रहे हैं. भाजपा के वरिष्ठ नेता व प्रवक्ता डॉ. विनोद शर्मा ने कहा है कि राजद में सीनियर कद के नेताओं को अपमानित किया जा रहा है. उन्होंने आगे कहा कि तेज प्रताप प्रसाद यादव को बिहार की जनता जानती है कि वे कितने शिष्ट और सभ्य है.
'जगदानंद सिंह पर जिस तरह से तेज प्रताप यादव लगातार अपमानित करने का कार्य कर रहे हैं. इससे साफ पता चलता है कि यह सोची समझी रणनीति है. जगदानंद सिंह वरिष्ठ नेता होने के साथ-साथ एक बहुत समझदार व्यक्तित्व के शख्सियत हैं. पार्टी में लगातार उन्हें तेज प्रताप यादव द्वारा जिससे अनाप-शनाप बोलकर उनके कद को कम करने की कोशिश की जा रही है.' :- डॉ. विनोद शर्मा, भाजपा प्रवक्ता
वहीं, जदयू के प्रवक्ता सह प्रदेश महासचिव डॉक्टर निहोरा प्रसाद में भी अपनी प्रतिक्रिया में राजद के नीति को जिम्मेवार माना है. उन्होंने आगे कहा कि यह पहला अवसर नहीं है बल्कि पूर्व में सीनियर रघुवंश सिंह नेता को भी अनेकों बार अपमानित किया गया था जिसके चलते वे जल्दी भगवान के प्यारे हो गए थे.
'राजद में सीनियर नेताओं को पार्टी से हटाने की मुहिम चल रही हो ताकि अपना एकाधिकार चले और कोई रोक-टोक टोका टोकी नहीं हो. यह किसके इशारे से नेताओं का अपना किया जा रहा है, यह तो पता नहीं चला लेकिन यह एक नीति के तहत यह सारे कार्य हो रहे हैं.' :- डॉ. निहोरा प्रसाद, राजद प्रवक्ता सह प्रदेश महासचिव
बता दें कि राजद के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह पिछले कई दिनों से नाराज चल रहे हैं. वह कार्यालय नहीं जा रहे हैं. वहीं उन्होंने स्वतंत्रता दिवस कार्यक्रम में झडोत्तोलन करने भी नहीं पहुंचे, उनकी गैर मौजूदगी में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव को झंडा फहराना पड़ा. जिसके बाद से राजनीति गहमागमी तेज हो गई. बीजेपी और जदयू तेजस्वी और तेजप्रताप पर निशान साध कर हमला बोल रही है.
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