पटना: भारत-चीन के बीच हिंसक झड़प को लेकर देश के लोगों के अंदर गुस्सा है. आम और खास सभी चीन के खिलाफ कार्रवाई के मूड में है. वहीं, बिहार के राजनीतिक दल भी आर-पार की लड़ाई के मूड में है.
भारत ने पहले भी चीन को सिखाया सबक
चीन को लेकर भारत के अंदर लोगों में आक्रोश व्याप्त है. वहीं बिहार में भी आम और खास सभी गुस्से में है. फिलहाल चीन को सबक सिखाए जाने की वकालत हो रही है. बिहार बीजेपी की ओर से भी कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की गई है.
लड़ाई अंतिम विकल्प होना चाहिए
बीजेपी प्रवक्ता प्रेम रंजन पटेल ने कहा कि चीन के दुस्साहस का पहले भी जवाब दिया गया है और आगे भी जवाब दिया जाएगा. डोकलाम में भी चीनी सेना को मुंह की खानी पड़ी थी. इस बार भी भारतीय सेना चीनी को जवाब देने में सक्षम है.
युद्ध से आर्थिक स्थिति होती है खराब
राजनीतिक विश्लेषक डीएम दिवाकर का मानना है कि युद्ध अंतिम विकल्प नहीं होना चाहिए. युद्ध से आर्थिक स्थिति खराब होती है. इसलिए पहले राजनीतिक स्तर पर दोनों देशों को बातचीत करनी चाहिए. वहीं, अगर हल ना निकले, तब युद्ध को अंतिम विकल्प के रूप में अपनाने पर सोचना चाहिए.