पटना : बिहार के दरभंगा जिले में पिछले कुछ दिनों से तनाव का माहौल बना हुआ है. जिले में इंटरनेट सेवा बंद कर दी गयी है. भाजपा ने इसकी जांच के लिए एक कमिटी का गठन किया था. कमिटी ने अपनी रिपोर्ट प्रदेश अध्यक्ष को सौंप दी है. भाजपा के अनुसार दरभंगा में समुदाय विशेष के लोगों के द्वारा दलितों के साथ मारपीट की जा रही है. उन्हें गांव छोड़ने को मजबूर किया जा रहा है.
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भाजपा की कमेटी ने जांच की: भारतीय जनता पार्टी ने दरभंगा में हिंसा मामले की जांच के लिए चार सदस्य जांच कमेटी का गठन किया था. जांच समिति में पूर्व मंत्री जनक राम, पूर्व मंत्री रामप्रीत पासवान, पूर्व मंत्री कृष्ण कुमार ऋषि और अनिल राम शामिल थे. इन नेताओं ने दरभंगा का दौरा कर हालात की समीक्षा की. ईटीवी भारत से बातचीत के दौरान पूर्व मंत्री जनक राम ने कहा कि पूरे बिहार में दलितों पर हमले किए जा रहे हैं. खास तौर पर दरभंगा में हालात बद से बदतर है.
"समुदाय विशेष के लोग सरकार के इशारे पर दलितों को पीट रहे हैं. लाचार बेबस लोग गांव छोड़ने को मजबूर हैं. पुलिस के ऊपर से लोगों का भरोसा उठ चुका है. दलितों के साथ अन्याय हो रहा है. अनुसूचित जाति जनजाति आयोग तक मामले को ले जाने की तैयारी कर रहे हैं."- जनक राम, भाजपा नेता
प्रदेश अध्यक्ष को रिपोर्ट सौंपीः जनक राम ने कहा कि दलित खुद को सुरक्षित महसूस नहीं कर रहे हैं. समुदाय विशेष के लोग सरकार के इशारे पर दलितों को पीट रहे हैं. लाचार बेबस लोग गांव छोड़ने को मजबूर हैं. जनक राम ने कहा है कि पुलिस के ऊपर से लोगों का भरोसा उठ चुका है. उन्होंने बताय कि रिपोर्ट प्रदेश अध्यक्ष को सौंप दी गयी है. अब अनुसूचित जाति जनजाति आयोग तक मामले को ले जाने की तैयारी है. न्यायालय का दरवाजा भी खटखटा सकते हैं.