पटना: बिहार में अक्टूबर या नवंबर महीने में विधानसभा चुनाव संभावित हैं. लेकिन कोरोना संकट ने राजनीतिक दलों के मंसूबों पर पानी फेर दिया है. चुनाव की पारंपरिक प्रणाली अब बीते दिनों की बात नजर आ रही है. इसको देखते हुए बीजेपी ने कोरोना काल में सोशल मीडिया और वर्चुअल मीडिया के जरिए लाखों लोगों तक अपनी पहुंच बना ली है.
बूथ स्तर पर आईटी सेल के गठन की प्रक्रिया जल्द होगी पूरी
कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप ने चुनाव आयोग और राजनीतिक दलों के सामने बड़ी चुनौती खड़ी कर दी है. वहीं, बीजेपी ने लॉकडाउन के दौरान ही सोशल और वर्चुअल मीडिया पर अपनी सक्रियता बढ़ा दी थी. बीजेपी के आईटी सेल ने फेसबुक, व्हाट्सएप और टि्वटर के जरिए आम लोगों तक पहुंच बनाया है. जिसका नतीजा है कि आज की तारीख में फेसबुक ग्रुप में दो से ढाई लाख लोग यूजर्स जुड़े हैं. लॉकडाउन के दौरान 40 हजार व्हाट्सएप ग्रुप बनाए गए. व्हाट्सएप ग्रुप की संख्या पूरे बिहार में फिलहाल एक लाख से ज्यादा है. ट्विटर पर डेढ़ लाख फॉलोअर्स बिहार बीजेपी के हैं और औसतन हर रोज 200 से ज्यादा पोस्ट रिट्वीट होते हैं.
बिहार में अब तक हुई 80 वर्चुअल रैली
भारतीय जनता पार्टी के संगठन के लिहाज से राज्य के अंदर 45 सांगठनिक जिले, 1099 मंडल,9500 शक्ति केंद्र और 72000 बूथ हैं. हर बूथ पर सप्त ऋषि की नियुक्ति होनी है. फिलहाल जिला स्तर पर 21 आईटी एक्सपर्ट, मंडल स्तर पर 15 आईटी एक्सपर्ट और शक्ति केंद्रों पर 5 आईटी एक्सपर्ट की तैनाती हो चुकी है. 30 से 40% पर बूथों पर आईटी एक्सपर्ट काम कर रहे हैं. इस तरीके से पार्टी लाखों कार्यकर्ताओं को ट्रेंड कर चुकी है. जिनकी मदद से वर्चुअल रैली किए जा रहे हैं.
'चुनाव में वर्चुअल रैली होगी हमारी ताकत'
बीजेपी आईटी सेल के प्रमुख मनन कृष्ण ने बताया कि हम लोगों ने लॉकडाउन के दौरान आपदा को अवसर में बदला और सोशल मीडिया के जरिए लाखों लोगों तक अपनी पहुंच बनाई है. जल्दी हम बूथ स्तर पर आईटी एक्सपर्ट तैनात कर लेंगे. वहीं, वर्चुअल रैली के प्रभारी और पार्टी के उपाध्यक्ष राजेश वर्मा ने कहा कि अब तक 80 विधानसभा के लिए वर्चुअल रैली का आयोजन किया जा चुका है. उन्होंने कहा कि वर्चुअल रैली के जरिए हम आम लोगों तक पहुंच रहे हैं. विधानसभा चुनाव के दौरान वर्चुअल रैली ही हमारी ताकत होगी.