पटना: बिहार बीजेपी द्वारा शुक्रवार को राजधानी पटना के बापू सभागार में सम्राट अशोक की जयंती (Samrat Ashoka Jayanti in bapu auditorium in patna) पर भव्य समारोह का आयोजन किया गया. इसमें केन्द्रीय श्रम मंत्री व बिहार भाजपा प्रभारी भूपेन्द्र यादव, यूपी के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य, बीजेपी के राज्य सभा सांसद सुशील कुमार मोदी समेत बिहार भाजपा के सभी वरिष्ठ नेता शामिल रहे. इस कार्यक्रम में बड़ी संख्या में कार्यकर्ताओं ने भी भाग लिया.
पढ़ें- महापुरुषों की जयंती के बहाने वोट बैंक को साधने की कोशिश में BJP
बापू सभागार में सम्राट अशोक की जयंती: जयंती समारोह में बोलते हुए मंत्री भूपेंद्र यादव ने कहा कि सम्राट अशोक एक महान राजा थे. जिस तरह से वो अपनी प्रजा को लेकर काम करते थे, जिस तरह से उनके राज में व्यवस्था की गई थी, निश्चित तौर पर वह एक आदर्श है. उनके काल के बारे में पढ़ने से हमें काफी प्रेरणा मिलती है. आज वैसे सम्राट को याद करने के लिए ही हम यहां इकट्ठा हुए हैं. देश मे नरेंद्र मोदी की सरकार है और सम्राट अशोक के शासन काल से प्रेरणा लेकर ही हमारी सरकार जन कल्याण के काम कर रही है.
सुशील कुमार मोदी भी रहे मौजूद: कार्यक्रम में बीजेपी सांसद सुशील कुमार मोदी भी मौजूद थे. उन्होंने अपने भाषण में कहा कि लव और कुश भगवान राम के संतान थे. भाजपा ने भगवान राम का भव्य मंदिर अयोध्या में बनाया है. जो राम के साथ है, लव कुश के वंशज यानी कुशवाहा समाज उनके साथ है. वहीं यूपी के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि सम्राट अशोक के पदचिन्ह पर चलकर आज बीजेपी ने 18 राज्यों में अपनी सरकार बना ली है. वर्ष 2024 में भी देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ही होंगे. क्योंकि लव कुश समाज के लोग बीजेपी के साथ है. कुल मिलाकर देखे तो बिहार में कुशवाहा और कोइरी जाति के लोगों को एकजुट कर बीजेपी ने सम्राट अशोक जयंती पर अपना शक्ति प्रदर्शन किया है. पंचायती राज मंत्री सम्राट चौधरी के नेतृत्व इस कार्यक्रम का आयोजन किया गया था.
वोट बैंक को साधने की कोशिश: राजनीतिक जानकार भी कहते हैं कि 2024 और 2025 की तैयारी में बीजेपी लग गई है. इसलिए बीजेपी इस बार बड़े स्तर पर कार्यक्रम कर रही है. वरिष्ठ पत्रकार रवि उपाध्याय का कहना है जयंती के बहाने वोट बैंक को साधने की पूरी कोशिश होगी. वे कहते हैं कि जेडीयू और बीजेपी एनडीए गठबंधन में होने के बावजूद सम्राट अशोक की जयंती अलग-अलग मना रही है, क्योंकि दोनों दलों की नजर उस वर्ग के वोट बैंक पर है. दरअसल सम्राट अशोक की जयंती के बहाने कुशवाहा वोट बैंक को साधने की कोशिश होगी, तो वहीं वीर कुंवर सिंह की जयंती के माध्यम से शाहाबाद के बड़े हिस्से में लोगों को अपने साथ जोड़ने की कोशिश बीजेपी करेगी. पिछले विधानसभा चुनाव में एनडीए को शाहाबाद में करारी शिकस्त मिली थी. ऐसे में जाहिर है कि बीजेपी सम्राट अशोक और वीर कुंवर सिंह समारोह के माध्यम से 2024 के लिए मैसेज भी देने की कोशिश भी करेगी यह तय है.
पढ़ें- सम्राट अशोक को लेकर BJP-JDU के बीच 'शक्ति प्रदर्शन', लव-कुश वोट बैंक पर दोनों की नजर
विश्वसनीय खबरों को देखने के लिए डाउनलोड करें ETV BHARAT APP