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BJP का JDU पर हमला, कहा- 'फूहड़ नेताओं की बातों से नहीं पड़ता फर्क, CM से मांगें स्पेशल पैकेज का हिसाब' - Upendra Kushwaha Demanded Special Status

दिनेश चंद्र यादव से पूछकर नीतीश जी गठबंधन किए हैं क्या? इन फूहड़ियों के बोलने से कुछ होने वाला नहीं है. उपेंद्र कुशवाहा हमारे अकाउंटेंट नहीं है कि, हम उनको हिसाब-किताब देंगे. ये बातें बीजेपी एमएलसी नवल किशोर यादव ने कही है. विशेष राज्य के दर्जे को लेकर बीजेपी और जेडीयू में तकरार (BJP Attack On JDU ) अब खुलकर सामने आने लगी है.पढ़ें पूरी खबर..

Special Status For Bihar
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Published : Dec 21, 2021, 1:01 PM IST

पटना: बिहार को विशेष राज्य का दर्जा (Special Status For Bihar) की मांग को लेकर एनडीए की दो बड़ी सहयोगी पार्टियां, बीजेपी और जेडीयू के बीच मतभेद खुलकर सामने आने लगा है. स्पेशल स्टेटस और जातिगत जनगणना को लेकर एक बार फिर जदयू के दूसरी पंक्ति के नेता फ्रंट फुट पर दिख रहे हैं. जदयू की तरफ से तीखे वार किए जा रहे हैं तो, भाजपा ने भी जदयू को आईना दिखाना शुरू कर दिया है. बीजेपी एमएलसी नवल किशोर यादव (Nawal Kishore Yadav On Special Status) और बीजेपी प्रवक्ता अरविंद सिंह ने जदयू सांसद दिनेश चंद्र यादव (Dinesh Chandra Yadav JDU MP) और जदयू संसदीय बोर्ड के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा (Upendra Kushwaha Demanded Special Status) पर निशाना साधा है.

यह भी पढ़ें- विशेष राज्य के दर्जे पर उपेंद्र कुशवाहा का बड़ा बयान, कहा- 'जरूरत पड़ी तो करेंगे आंदोलन'

भाजपा और जदयू में सब कुछ ठीक-ठाक नहीं चल रहा है. जातिगत जनगणना और स्पेशल स्टेटस को लेकर दोनों दलों के बीच नोक झोंक जारी है. दोनों मुद्दों को लेकर जदयू आक्रामक दिख रही है. दूसरी पंक्ति के नेता तल्ख टिप्पणी भी कर रहे हैं. पहले तो सांसद दिनेश चंद्र यादव ने कहा कि, बिहार को अगर स्पेशल स्टेटस नहीं मिलता है तो नीतीश जी को गठबंधन तोड़ देना चाहिए. उसके बाद उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि, स्पेशल पैकेज अगर बिहार को मिल गया है तो, उसका हिसाब भी दिया जाना चाहिए. साथ ही कुशवाहा ने कहा कि, स्पेशल स्टेटस और जातिगत जनगणना के लिए जरूरत पड़ी तो हम आंदोलन भी चलाएंगे.

BJP का JDU पर हमला

यह भी पढ़ें- बिहार को विशेष राज्य के दर्जे की मांग पर 'उलझी दोस्ती', JDU सांसद ने BJP नेताओं को बताया नासमझ

वहीं जदयू की बयानबाजी का जवाब देने के लिए बीजेपी के कई नेताओं ने भी मोर्चा संभाल लिया है. एनडीए के उपनेता नवल किशोर यादव ने जदयू नेताओं को जमकर खरी-खोटी सुनाई है. नवल किशोर यादव ने कहा है कि, 'हमने स्पेशल पैकेज बिहार को दिया है. जो नेता बयानबाजी कर रहे हैं, उससे पार्टी को कोई फर्क नहीं पड़ता है. हम नीतीश जी का हिसाब रखते हैं और नीतीश जी हमारा हिसाब रखते हैं.'

यह भी पढ़ें- बिहार के लिए स्पेशल स्टेटस की मांग के बीच कांग्रेस का बड़ा दावा, जल्द अलग होगी BJP-JDU

"उपेंद्र कुशवाहा कई दलों से घूम कर आए हैं. उनकी बातों को भाजपा गंभीरता से नहीं लेती है. जहां तक सांसद दिनेश चंद्र यादव का सवाल है तो उन्हें मालूम होना चाहिए कि, नीतीश कुमार ने उनसे पूछ कर भाजपा के साथ गठबंधन नहीं किया है. भाजपा ऐसे नेताओं के बयान को थोड़ा भी महत्व नहीं देती है."- नवल किशोर यादव, बीजेपी एमएलसी

यह भी पढ़ें- विशेष राज्य के दर्जे पर नीतीश कुमार ने कहा- ये मेरा नहीं पूरे बिहार का दर्द है

उधर, बीजेपी प्रवक्ता अरविंद सिंह (Arvind Singh On Special Status) का कहना है कि, आंदोलन करना है तो करें कौन रोका है. केंद्र से मिली मदद को लेकर भी उपेंद्र कुशवाहा के बयान पर बीजेपी प्रवक्ता अरविंद सिंह ने कहा, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से कुशवाहा को हिसाब मांगना चाहिए.

यह भी पढ़ें- बिहार को विशेष राज्य के दर्जे की मांग जायज, मंत्री ने कहा- स्पेशल स्टेटस से ही आएगी समृद्धि

"केंद्र से कितनी राशि मिली है, उस राशि का क्या हुआ, इसका जवाब सीएम से मांगना चाहिए. मुख्यमंत्री से पहले जवाब मांगें, फिर प्रधानमंत्री से भी जाकर जवाब मांग सकते हैं. केंद्र में जब कांग्रेस की नेतृत्व वाली यूपीए सरकार थी, उसी समय विशेष राज्य के प्रावधान को बदल दिया गया था, इसलिए अब बिहार को दर्जा नहीं मिल सकता है."- अरविंद सिंह, बीजेपी प्रवक्ता

यह भी पढ़ें- नीति आयोग की रिपोर्ट पर CM नीतीश ने फिर उठाई 'विशेष दर्जे' की मांग, कह दी बड़ी बात

अरविंद सिंह ने नीति आयोग की रिपोर्ट (Arvind Singh On NITI Aayog Report) पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि, 'बिहार को एनडीए सरकार विशेष मदद दे रही है और 15 साल के कुशासन के कारण राज्य को पटरी पर लाने में समय लगा है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में एनडीए सरकार को बिहार का विकास करने में लंबा समय लगा है. स्थिति अब सुधरी है, अब हमारा राज्य भी 1 टू 5 में आएगा.'

यह भी पढ़ें- स्पेशल स्टेटस पर नीतीश के साथ आए पशुपति पारस, कहा- जरूरत पड़ी तो PM मोदी से भी मिलेंगे

बता दें कि बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने की मांग मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पिछले एक दशक से लगातार करते आ रहे हैं. इस बार उन्होंने नए सिरे से इसकी मांग की है. बिहार सरकार में मंत्री बिजेंद्र यादव ने नीति आयोग की उस रिपोर्ट का हवाला देते हुए यह मांग उठाई है, जिसमें बिहार को देश का सर्वाधिक गरीब राज्‍य बताया गया है. इस पर जदयू और बीजेपी में जंग छिड़ गई है.

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पटना: बिहार को विशेष राज्य का दर्जा (Special Status For Bihar) की मांग को लेकर एनडीए की दो बड़ी सहयोगी पार्टियां, बीजेपी और जेडीयू के बीच मतभेद खुलकर सामने आने लगा है. स्पेशल स्टेटस और जातिगत जनगणना को लेकर एक बार फिर जदयू के दूसरी पंक्ति के नेता फ्रंट फुट पर दिख रहे हैं. जदयू की तरफ से तीखे वार किए जा रहे हैं तो, भाजपा ने भी जदयू को आईना दिखाना शुरू कर दिया है. बीजेपी एमएलसी नवल किशोर यादव (Nawal Kishore Yadav On Special Status) और बीजेपी प्रवक्ता अरविंद सिंह ने जदयू सांसद दिनेश चंद्र यादव (Dinesh Chandra Yadav JDU MP) और जदयू संसदीय बोर्ड के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा (Upendra Kushwaha Demanded Special Status) पर निशाना साधा है.

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भाजपा और जदयू में सब कुछ ठीक-ठाक नहीं चल रहा है. जातिगत जनगणना और स्पेशल स्टेटस को लेकर दोनों दलों के बीच नोक झोंक जारी है. दोनों मुद्दों को लेकर जदयू आक्रामक दिख रही है. दूसरी पंक्ति के नेता तल्ख टिप्पणी भी कर रहे हैं. पहले तो सांसद दिनेश चंद्र यादव ने कहा कि, बिहार को अगर स्पेशल स्टेटस नहीं मिलता है तो नीतीश जी को गठबंधन तोड़ देना चाहिए. उसके बाद उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि, स्पेशल पैकेज अगर बिहार को मिल गया है तो, उसका हिसाब भी दिया जाना चाहिए. साथ ही कुशवाहा ने कहा कि, स्पेशल स्टेटस और जातिगत जनगणना के लिए जरूरत पड़ी तो हम आंदोलन भी चलाएंगे.

BJP का JDU पर हमला

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वहीं जदयू की बयानबाजी का जवाब देने के लिए बीजेपी के कई नेताओं ने भी मोर्चा संभाल लिया है. एनडीए के उपनेता नवल किशोर यादव ने जदयू नेताओं को जमकर खरी-खोटी सुनाई है. नवल किशोर यादव ने कहा है कि, 'हमने स्पेशल पैकेज बिहार को दिया है. जो नेता बयानबाजी कर रहे हैं, उससे पार्टी को कोई फर्क नहीं पड़ता है. हम नीतीश जी का हिसाब रखते हैं और नीतीश जी हमारा हिसाब रखते हैं.'

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"उपेंद्र कुशवाहा कई दलों से घूम कर आए हैं. उनकी बातों को भाजपा गंभीरता से नहीं लेती है. जहां तक सांसद दिनेश चंद्र यादव का सवाल है तो उन्हें मालूम होना चाहिए कि, नीतीश कुमार ने उनसे पूछ कर भाजपा के साथ गठबंधन नहीं किया है. भाजपा ऐसे नेताओं के बयान को थोड़ा भी महत्व नहीं देती है."- नवल किशोर यादव, बीजेपी एमएलसी

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उधर, बीजेपी प्रवक्ता अरविंद सिंह (Arvind Singh On Special Status) का कहना है कि, आंदोलन करना है तो करें कौन रोका है. केंद्र से मिली मदद को लेकर भी उपेंद्र कुशवाहा के बयान पर बीजेपी प्रवक्ता अरविंद सिंह ने कहा, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से कुशवाहा को हिसाब मांगना चाहिए.

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"केंद्र से कितनी राशि मिली है, उस राशि का क्या हुआ, इसका जवाब सीएम से मांगना चाहिए. मुख्यमंत्री से पहले जवाब मांगें, फिर प्रधानमंत्री से भी जाकर जवाब मांग सकते हैं. केंद्र में जब कांग्रेस की नेतृत्व वाली यूपीए सरकार थी, उसी समय विशेष राज्य के प्रावधान को बदल दिया गया था, इसलिए अब बिहार को दर्जा नहीं मिल सकता है."- अरविंद सिंह, बीजेपी प्रवक्ता

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अरविंद सिंह ने नीति आयोग की रिपोर्ट (Arvind Singh On NITI Aayog Report) पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि, 'बिहार को एनडीए सरकार विशेष मदद दे रही है और 15 साल के कुशासन के कारण राज्य को पटरी पर लाने में समय लगा है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में एनडीए सरकार को बिहार का विकास करने में लंबा समय लगा है. स्थिति अब सुधरी है, अब हमारा राज्य भी 1 टू 5 में आएगा.'

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बता दें कि बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने की मांग मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पिछले एक दशक से लगातार करते आ रहे हैं. इस बार उन्होंने नए सिरे से इसकी मांग की है. बिहार सरकार में मंत्री बिजेंद्र यादव ने नीति आयोग की उस रिपोर्ट का हवाला देते हुए यह मांग उठाई है, जिसमें बिहार को देश का सर्वाधिक गरीब राज्‍य बताया गया है. इस पर जदयू और बीजेपी में जंग छिड़ गई है.

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