पटना: बिहार में दलित वोट बैंक को साधने के लिए बिहार के राजनीतिक दल जुट गए हैं. पहले जदयू ने भीम संसद का आयोजन किया और अब भाजपा की ओर से अंबेडकर समागम का आयोजन किया गया है. भाजपा के अंबेडकर समागम में शामिल होने के लिए बड़ी संख्या में लोग पटना तो पहुंचे लेकिन बारिश ने रंग में भंग डाल दिया.
पटना में भाजपा का अंबेडकर समागम: भारतीय जनता पार्टी की ओर से राजधानी पटना के मिलर स्कूल में अंबेडकर समागम का आयोजन किया गया. बड़ी संख्या में कार्यकर्ताओं को रैली में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया गया था. वहीं रैली में शामिल होने के लिए बड़ी संख्या में लोग पहुंचे भी थे. लोगों की भीड़ जमा होनी शुरू हुई ही थी कि बारिश ने खलल डाल दिया.
बारिश ने डाली खलल, कुर्सियां रह गईं खाली: पटना में तेज बारिश शुरू हो गई है. ऐसे में बारिश के चलते अफरा तफरी माहौल हो गया. बीजेपी कार्यकर्ता मैदान में ही छुपते देखे गए. बारिश के चलते लोग मैदान में नहीं ठहर रहे थे और कुर्सियां खाली रह गईं. कई लोगों ने तो कुर्सियों से ही खुदको छुपाया हुआ था.
वोट बैंक पर नजर: जातिगत जनगणना की रिपोर्ट के बाद राजनीतिक दलों की नजर दलित वोट बैंक पर है. 16% वोट बैंक को साधने के लिए रैलियों का दौर शुरू हो चुका है. जनता दल यूनाइटेड की ओर से भीम संसद का आयोजन किया गया था. भारतीय जनता पार्टी की ओर से भी इसका जवाब दिया गया.
जदयू के भीम संसद में उमड़ा था सैलाब: 26 नवंबर को पटना के वेटनरी कॉलेज में जदयू ने भीम संसद का आयोजन किया. इसमें मौजूद लोगों की भीड़ देख बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार गदगद नजर आए थे. भीम संवाद कार्यक्रम में दलित और महादलितों की भीड़ इकट्टा कर जदयू ने अपनी ताकत दिखाई. बीजेपी इसका जवाब देने की तैयारी में थी लेकिन आज की योजना सफल नहीं हो पाई. ऐसे में देखने वाली बात होगी कि बीजेपी का अगला कदम क्या होगा.
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