पटना: पटना के एसके मेमोरियल हॉल में महाराजा बिजली पासी की जयंती मनाई गई. कार्यक्रम में हम अध्यक्ष जीतन राम मांझी के अलावा बिहार विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष उदय नारायण चौधरी और रालोसपा नेता भूदेव चौधरी समेत कई लोग शामिल हुये. कार्यक्रम की अध्यक्षता सुरेंद्र पासी ने की. इस दौरान सुरेंद्र पासी ने जीतन राम मांझी को तलवार देकर सम्मानित किया.
कार्यक्रम के जरिये पासी समाज को एकजुट करने की कोशिश की गई. बता दें कि 2020 में होने वाले बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर सारी राजनीतिक पार्टियां जातिय समीकरण साधने में जुटी हुई हैं. इस दौरान सुरेंद्र चौधरी ने कहा कि अगर दलितों को कोई सम्मान दिला सकता है तो वह पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी हैं.
'बिजली पासी सभी को साथ लेकर चलते थे'
साथ ही उन्होंने बिजली पासी के कार्यों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि हमारे समाज के नेता महाराजा बिजली पासी सबको साथ लेकर चलने में विश्वास करते थे. वहीं, पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने कहा कि हर समाज में कोई न कोई योद्धा पैदा होता है, जो अपने समाज के साथ हर वर्ग के लोगों को साथ लेकर चलने में विश्वास रखता है, ताकि देश और राज्य समृद्ध और मजबूत हो सके.
'सामाजिक समरसता बनाने में बिलजी पासी सबसे आगे'
जीतन राम मांझी ने कहा कि सामाजिक समरसता बनाने को लेकर पासी समाज के लोगों में बिजली पासी का नाम सबसे आगे आता है, जिन्होंने अपने समाज के कमियों को दूर करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. महाराजा बिजली पासी हर वर्ग, समुदाय को लेकर चलना चाहते थे.