पटना: राजधानी पटना के मुख्य चौक-चौराहों पर 8 घंटे की शिफ्ट में यातायात पुलिसकर्मी (Traffic Police In Patna) तैनात रहते हैं. जिनमें महिला पुलिसकर्मी भी हैं और उनको ड्यूटी के दौरान बाथरूम को लेकर बड़ी समस्या होती है. वैसे में उनको चेक पोस्ट के आसपास प्राइवेट ऑफिस या सरकारी कार्यालय का यूज करना पड़ता है. इससे उन्हें काफी दिक्कत होती है. इन समस्या को देखते हुए पुलिस मुख्यालय ने निर्णय लिया है कि राजधानी पटना के वैसे चौक-चौराहों को चिह्नित किया जाए, जहां पर ट्रैफिक पोस्ट है और वहां पर बायो टॉयलेट और ई टॉयलेट बनाया जाए (Bio Toilet And E Toilet Will Be Made In Patna).
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पुलिसकर्मियों के लिए बनेगा ई टॉयलेट : दरअसल 16 नवम्बर को पटना के गांधी मैदान से उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने सड़कों पर तैनात महिला पुलिसकर्मी की समस्या को लेकर वरिष्ठ अधिकारियों को जल्द से जल्द टॉयलेट की व्यवस्था करने का निर्देश दिया था. बता दें कि गृह विभाग ने यातायात नियंत्रण में लगाए गए पुलिसकर्मियों की सुविधा के लिए जगह-जगह ई टॉयलेट या बायो टॉयलेट की व्यवस्था करने का निर्देश दिया है. इसके लिए गृह विभाग की विशेष शाखा के संयुक्त सचिव और आरक्षी शाखा के उपसचिव को नगर निगम एवं आवास विभाग के पदाधिकारी के साथ बैठकर जगह चिन्हित करने को कहा गया है.
'राजधानी पटना के मुख्य चौक-चौराहे जहां पर पुलिसकर्मी तैनात रहते हैं, वहां पर बायो टॉयलेट का निर्माण किया जाएगा. कुछ स्थानों को चिन्हित किया गया है जिनमें से राजधानी पटना के डाकबंगला चौराहा, इनकम टैक्स चौराहा, हड़ताली मोड, सगुना मोड, बोरिंग रोड चौराहा, स्टेशन गोलंबर शामिल हैं. इसके बाद अन्य स्थानों को भी चिन्हित कर जल्द ही वहां पर E-Toilet का निर्माण किया जाएगा. जिससे वहां पर तैनात महिला और पुरुष पुलिसकर्मी को ड्यूटी के दौरान किसी तरह काीकोई समस्या नहीं होगी.' - जितेंद्र सिंह गंगवार, एडीजी, पुलिस मुख्यालय
'ड्यूटी के दौरान तैनात महिला पुलिसकर्मियों को काफी दिक्कतें होती हैं. पुरुष तो कैसे भी इधर-उधर जाकर अपना काम चला लेते हैं. लेकिन महिला पुलिसकर्मियों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. राज्य सरकार और पुलिस मुख्यालय ने जो फैसला लिया है, वह काफी सराहनीय है.' - लग्न देवराम, दरोगा
'अभी काफी दिक्कत होती है. पुलिस मुख्यालय ने जो निर्णय लिया है उससे काफी खुशी हो रही है.' - आरती कुमारी, महिला सिपाही
पटना में बायो टॉयलेट और ई टॉयलेट बनाया जाएगा : नगर निगम के सहयोग से पुलिसकर्मियों के लिए शौचालय की व्यवस्था करने का निर्देश दिया गया है. निर्माण की जिम्मेदारी बिहार पुलिस, भवन निर्माण निगम को दी गई है. यही नहीं बिहार में बढ़ते रोड एक्सीडेंट को देखते हुए सरकार ने बिहार में 7 में यातायात जिले बनाने का निर्णय लिया है. इन यातायात जिलों में वाहन के परिचालन के सुचारू संचालन के लिए नई सुविधा विकसित की जाएगी. साथ ही इन जिलों के लिए एक एक यातायात पुलिस उप अधीक्षक के पद सृजित होगा. बिहार में मौजूदा वक्त में 19 नगर निगम जिले हैं इनमें से 12 नगर निगम वाले जिले पूर्व से यातायात जिले घोषित हैं. अब नए 7 जिलों में बिहार के कटिहार, समस्तीपुर, सासाराम, पूर्वी चंपारण, मधुबनी, सीतामढ़ी, सहरसा को नया यातायात जिला बनाया जाएगा.