पटना: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण 1 फरवरी को तीसरी बार केंद्रीय बजट पेश करेंगी. कोरोना के चलते देश को आर्थिक संकट का सामना करना पड़ा. लाखों लोग बेरोजगार हो गए. वित्त मंत्री के लिए यह सबसे मुश्किल समय वाला बजट होगा. उन्हें देश की अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने के साथ ही रोजगार के मौके बढ़ाने के उपाए भी करने होंगे.
वित्त मंत्री से बिहार के युवाओं को भी कुछ ऐसी ही उम्मीद है. युवाओं की उम्मीद है कि बजट में रोजगार और स्वरोजगार के अवसर बढ़ाने के इंतजाम किए जाएंगे. युवाओं का कहना है कि कोरोना काल में बहुत से लोगों को रोजी-रोटी चली गई. इससे सबसे अधिक प्रभावित बिहार हुआ. अब जब स्थिति सुधर रही है तो केंद्र सरकार को भी ऐसे इंतजाम करने चाहिए, जिससे युवाओं को काम मिल सके. इसके साथ ही बिहार के युवा वित्त मंत्री से शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में भी ध्यान देने की उम्मीद कर रहे हैं.
हर जिला में खुले हाइटेक हॉस्पिटल
"हमें केंद्र सरकार से बहुत उम्मीद है. सरकार बजट में रोजगार सृजन के उपाए करेगी ताकि युवाओं को नौकरी मिल सके. उच्च शिक्षा फ्री होनी चाहिए. समान शिक्षा प्रणाली लागू होनी चाहिए. सबको अच्छी स्वास्थ्य सुविधा मिले. पटना में दो बड़े सरकारी अस्पताल (पीएमसीएच और एनएमसीएच) हैं. पूरे राज्य से लोग यहां इलाज कराने आते हैं, जिससे अस्पताल पर दबाव रहता है. सरकार सभी जिलों में हाईकेट हॉस्पिटल खोले ताकि लोग अपने जिला में ही इलाज करा सकें."- वरुण कुमार
"शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार और महिला सुरक्षा के लिए सरकार को काम करना चाहिए. बिहार में शिक्षा की स्थिति खराब है. स्वास्थ्य सेवाओं का भी हाल बदहाल है. महिलाओं की सुरक्षा भी बड़ा मुद्दा है. यहां आए दिन महिलाओं के खिलाफ हिंसा की खबरें आती हैं. सरकार इन मुद्दों पर ध्यान दे."- अखिलेश कुमार
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"बिहार पिछड़ा प्रदेश है. नीतीश कुमार काफी लंबे समय से मांग कर रहे हैं कि बिहार को विशेष राज्य का दर्जा दिया जाए. युवाओं के लिए सबसे जरूरी मुद्दा रोजगार है. सरकार ऐसे इंतजाम करे जिससे रोजगार के मौके बढ़ें. इसके साथ ही युवाओं को स्वरोजगार के साधन भी मुहैया कराना चाहिए."- अजित कुमार
"बिहार कृषि प्रधान राज्य है. इस बजट से बिहार के लोगों को बहुत अधिक उम्मीद है. कोरोना काल में बिहार सबसे अधिक प्रभावित हुआ. सरकार कृषि आधारित रोजगार को बढ़ावा दे. बिहार में इससे बहुत अधिक फायदा होगा. मखाना, लीची और आम से जुड़े उद्योग को बढ़ावा देना चाहिए. यहां रोजगार के मौके मिलेंगे तो पलायन रुकेगा."- संतोष कुमार
बजट बिहार के युवाओं की उम्मीदों पर कितनी खड़ी उतरती है यह तो 1 फरवरी को ही पता चलेगा. हालांकि इतना तय है कि केंद्र सरकार बजट में वे तमाम इंतजाम करने की कोशिश करेगी, जिससे कोरोना के चलते संकट झेल रही देश की अर्थव्यवस्था पटरी पर आ सके.