ETV Bharat / state

WEATHER ALERT: सावधान रहें..पटना सहित इन जिलों में होगी बारिश, ठनका गिरने की भी संभावना

बिहार के अधिकांश इलाकों में छिटपुट तरीके से लगातार बारिश हो रही है. इस बीच मौसम विभाग ने पटना, लखीसराय, नवादा सहित कई जिलों के लिए अलगे कुछ घंटों में बारिश और वज्रपात की संभावना जताई है. जरुर पढ़ लें खबर...

bihar weather update
bihar weather update
author img

By

Published : Jul 9, 2021, 10:06 PM IST

पटनाः मौसम विभाग (Meteorological Centre Patna) ने बिहार के कई जिलों के लिए तात्कालिक अलर्ट (Instant Alert) जारी किया है. मौसम विभाग ने पटना सहित कई जिलों में अगले दो से तीन घंटे में हल्के से मध्यम दर्जे की बारिश होने की संभावना जताई है. इन जिलों के कुछ स्थानों पर तेज हवाएं चलने और वज्रपात होने की भी संभावना जताई गई है.

वहीं, मौसम विभाग ने अरवल, जहानाबाद जिले के भी कुछ भागों में अगले दो से तीन घंटे में मध्यम दर्जे की मेघ गर्जन और वर्जपात के साथ वर्षा होने की संभावना जताई है.

इसे भी पढ़ें- Bihar Weather Update: बिहार में वज्रपात और भारी बारिश की संभावना, मौसम विभाग ने की सावधानी बरतने की अपील

नवादा जिले के कुछ भागों में भी हल्के से मध्यम दर्जे की मेघ गर्जन के साथ बारिश होने की संभावना है. जिले के कुछ स्थानों पर हवाओं के साथ ठनका गिरने की भी संभावना जताई गई है.

ये भी पढ़ें- जानिए भारत में मौसम विभाग की कब हुई स्थापना, क्यों पड़ी इसकी जरूरत?

मौसम को लेकर चार तरह के अलर्ट जारी किए जाते हैं. ब्लू अलर्ट, येलो अलर्ट, ऑरेंज अलर्ट और रेड अलर्ट. विस्तार से जानें इन अलर्ट्स का क्या मतलब होता है.

ब्लू अलर्ट (Blue Alert) : जिन इलाकों में बारिश की संभावना होती है उसके लिए मौसम विभाग ब्लू अलर्ट जारी करता है. इस दौरान जिले के कई इलाकों में गरज के साथ बारिश के आसार की चेतावनी होती है.

येलो अलर्ट (Yellow Alert) : भारी बारिश, तूफान, बाढ़ या ऐसी प्राकृतिक आपदा से पहले लोगों को सचेत करने के लिए मौसम विभाग येलो अलर्ट जारी करता है. इस चेतावनी का मतलब है कि 7.5 से 15 मिमी की भारी बारिश होने की संभावना है. अलर्ट जारी होने के कुछ घंटों तक बारिश जारी रहने की संभावना रहती है. बाढ़ आने की आशंका भी रहती है.

ऑरेंज अलर्ट (Orange Alert) : चक्रवात के कारण मौसम के बहुत अधिक खराब होने की आशंका होती है जो कि सड़क और वायु परिवहन को नुकसान पहुंचाने के साथ-साथ जान और माल की क्षति भी कर सकता है. ऐसे में ऑरेंज अलर्ट जारी किया जाता है. जैसे-जैसे मौसम और खराब होता है, येलो अलर्ट को अपडेट करके ऑरेंज कर दिया जाता है. ऑरेंज अलर्ट में लोगों को घरों में रहने की सलाह दी जाती है.

रेड अलर्ट (Red Alert) : जब मौसम खतरनाक स्तर पर पहुंच जाता है और भारी नुकसान होने का खतरा रहता है तो रेड अलर्ट जारी किया जाता है. जब भी कोई चक्रवात अधिक तीव्रता के साथ आता है तो मौसम विभाग की ओर से तूफान की रेंज में पड़ने वाले इलाकों के लिए रेड अलर्ट जारी किया जाता है. ऐसे में प्रशासन से जरूरी कदम उठाने के लिए कहा जाता है.

ग्रीन अलर्ट (Green Alert) : कई बार विभाग मौसमी बदलावों की संभावना पर ग्रीन अलर्ट की घोषणा करता है. हालांकि, बारिश तो होगी लेकिन वह सामान्य स्थिति रहेगी. यानी संबंधित जगह पर कोई खतरा नहीं है.

उत्तर बिहार और नेपाल में हो रही लगातार बारिश के कई जिलों में लगातार बारिश हो रही है. लगातार बारिश होने से कई जिलों के नदियों का जलस्तर बढ़ गया है. कई जिलों में बाढ़ की समस्या उत्पन्न हो गयी है. वहीं इससे निजात पाने के आसार अभी दूर-दूर तक दिखाई नहीं पड़ रहे हैं. मौसम विभाग ने लोगों से खराब मौसम को लेकर सावधानी बरतने की अपील की है.

पटनाः मौसम विभाग (Meteorological Centre Patna) ने बिहार के कई जिलों के लिए तात्कालिक अलर्ट (Instant Alert) जारी किया है. मौसम विभाग ने पटना सहित कई जिलों में अगले दो से तीन घंटे में हल्के से मध्यम दर्जे की बारिश होने की संभावना जताई है. इन जिलों के कुछ स्थानों पर तेज हवाएं चलने और वज्रपात होने की भी संभावना जताई गई है.

वहीं, मौसम विभाग ने अरवल, जहानाबाद जिले के भी कुछ भागों में अगले दो से तीन घंटे में मध्यम दर्जे की मेघ गर्जन और वर्जपात के साथ वर्षा होने की संभावना जताई है.

इसे भी पढ़ें- Bihar Weather Update: बिहार में वज्रपात और भारी बारिश की संभावना, मौसम विभाग ने की सावधानी बरतने की अपील

नवादा जिले के कुछ भागों में भी हल्के से मध्यम दर्जे की मेघ गर्जन के साथ बारिश होने की संभावना है. जिले के कुछ स्थानों पर हवाओं के साथ ठनका गिरने की भी संभावना जताई गई है.

ये भी पढ़ें- जानिए भारत में मौसम विभाग की कब हुई स्थापना, क्यों पड़ी इसकी जरूरत?

मौसम को लेकर चार तरह के अलर्ट जारी किए जाते हैं. ब्लू अलर्ट, येलो अलर्ट, ऑरेंज अलर्ट और रेड अलर्ट. विस्तार से जानें इन अलर्ट्स का क्या मतलब होता है.

ब्लू अलर्ट (Blue Alert) : जिन इलाकों में बारिश की संभावना होती है उसके लिए मौसम विभाग ब्लू अलर्ट जारी करता है. इस दौरान जिले के कई इलाकों में गरज के साथ बारिश के आसार की चेतावनी होती है.

येलो अलर्ट (Yellow Alert) : भारी बारिश, तूफान, बाढ़ या ऐसी प्राकृतिक आपदा से पहले लोगों को सचेत करने के लिए मौसम विभाग येलो अलर्ट जारी करता है. इस चेतावनी का मतलब है कि 7.5 से 15 मिमी की भारी बारिश होने की संभावना है. अलर्ट जारी होने के कुछ घंटों तक बारिश जारी रहने की संभावना रहती है. बाढ़ आने की आशंका भी रहती है.

ऑरेंज अलर्ट (Orange Alert) : चक्रवात के कारण मौसम के बहुत अधिक खराब होने की आशंका होती है जो कि सड़क और वायु परिवहन को नुकसान पहुंचाने के साथ-साथ जान और माल की क्षति भी कर सकता है. ऐसे में ऑरेंज अलर्ट जारी किया जाता है. जैसे-जैसे मौसम और खराब होता है, येलो अलर्ट को अपडेट करके ऑरेंज कर दिया जाता है. ऑरेंज अलर्ट में लोगों को घरों में रहने की सलाह दी जाती है.

रेड अलर्ट (Red Alert) : जब मौसम खतरनाक स्तर पर पहुंच जाता है और भारी नुकसान होने का खतरा रहता है तो रेड अलर्ट जारी किया जाता है. जब भी कोई चक्रवात अधिक तीव्रता के साथ आता है तो मौसम विभाग की ओर से तूफान की रेंज में पड़ने वाले इलाकों के लिए रेड अलर्ट जारी किया जाता है. ऐसे में प्रशासन से जरूरी कदम उठाने के लिए कहा जाता है.

ग्रीन अलर्ट (Green Alert) : कई बार विभाग मौसमी बदलावों की संभावना पर ग्रीन अलर्ट की घोषणा करता है. हालांकि, बारिश तो होगी लेकिन वह सामान्य स्थिति रहेगी. यानी संबंधित जगह पर कोई खतरा नहीं है.

उत्तर बिहार और नेपाल में हो रही लगातार बारिश के कई जिलों में लगातार बारिश हो रही है. लगातार बारिश होने से कई जिलों के नदियों का जलस्तर बढ़ गया है. कई जिलों में बाढ़ की समस्या उत्पन्न हो गयी है. वहीं इससे निजात पाने के आसार अभी दूर-दूर तक दिखाई नहीं पड़ रहे हैं. मौसम विभाग ने लोगों से खराब मौसम को लेकर सावधानी बरतने की अपील की है.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.