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Bihar Tourism: शाहबाद क्षेत्र बनेगा पर्यटन का हब, रोहतास के पहाड़ी क्षेत्रों को किया जाएगा विकसित - Bihar tourism department

बिहार सरकार ने पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए लगातार काम कर रही है. इसी कड़ी में रोहतास जिले में करीब आधा दर्जन जगहों को चिन्हित किया गया है. जिसे प्रदेश सरकार अपने तरीके से डेवलप करेगी. आने वाले समय में इन जगहों पर काफी संख्या में पर्यटक देखने को मिलेगा. इस दिशा में पर्यटन विभाग लगातार काम कर रही है. पढ़ें पूरी खबर..

रोहतास के कई इलाकों को पर्यटन के लिए विकसित किया जाएगा
रोहतास के कई इलाकों को पर्यटन के लिए विकसित किया जाएगा
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Published : Jul 26, 2023, 11:32 AM IST

Updated : Jul 26, 2023, 1:55 PM IST

रोहतास के कई इलाकों को पर्यटन के लिए विकसित किया जाएगा

पटना: बिहार में पर्यटन उद्योग को पंख लगने वाले हैं. राजगीर के अलावा रोहतास जिले को भी पर्यटन क्षेत्र के रूप में विकसित किया जा रहा है. आधा दर्जन से ज्यादा पर्यटन स्थल का चयन किया जा चुका है और नक्सल प्रभावित इलाके को विकसित करने के लिए सरकार ने रोडमैप भी तैयार कर लिया है.

ये भी पढ़ें- बिहार में पर्यटन की असीम संभावनाएं, नए पर्यटन केंद्र होंगे विकसित- पर्यटन मंत्री

पहाड़ और झरनों का दीदार करेंगे पर्यटक : रोहतास जिले के पहाड़ी इलाकों में कभी नक्सलियों का बसेरा हुआ करता था, लेकिन अब नक्सलियों के पांव कट चुके हैं. खूबसूरत पहाड़ और झरनों के दीदार के लिए पर्यटकों की भीड़ लगने लगी है. पर्यटकों के उत्साह को देखते हुए सरकार भी पर्यटन स्थलों के विकास को लेकर संजीदा है.

कई महत्वपूर्ण स्थल को किया जाएगा विकसित: पर्यटन विभाग ने पर्यटन स्थलों को विकसित करने का बीड़ा उठाया है. पर्यटन विभाग के सचिव अभय सिंह ने पूरी टीम के साथ पर्यटन स्थलों का दौरा भी किया है और जरूरत के हिसाब से पर्यटन स्थलों के लिए रोडमैप भी तैयार किया है. इको टूरिज्म क्षेत्र के रूप में विकसित करने के लिए कई स्तर पर तैयारियां की गई हैं.

आधा दर्जन से ज्यादा जगहों को किया गया चिन्हित: रोहतास जिले के पहाड़ी इलाकों में आधे दर्जन से ज्यादा पर्यटन स्थलों को चिन्हित किया जा चुका है. लगभग 15 करोड़ की लागत से ईकोटूरिज्म क्षेत्र को विकसित किया जाना है. वन एवं पर्यावरण मंत्रालय के साथ बिहार सरकार ने एमओयू साइन किया है. पर्यावरण का ख्याल रखते हुए पर्यटन क्षेत्र को विकसित किया जाना है.

मांझर कुंड होगा आकर्षण का मुख्य केंद्र: सासाराम प्रखंड स्थित मांझर कुंड सैलानियों के लिए आकर्षण का केंद्र है. मंझर कुंड की खूबसूरती को निहारने के लिए सैलानी पहुंचते हैं. पर्यटन विभाग की टीम ने इलाके का दौरा किया है और फिलहाल वहां कैफेटेरिया और कॉटेज बनाने की योजना है. वहां तक पहुंचने के लिए इको फ्रेंडली वाहन की भी व्यवस्था की जाएगी.

धुआ कुंड पर बनेगा झूला पुल: धुआ कुंड की खूबसूरती भी लोगों को खूब आकर्षित करती है. धुआ कुंड पर सरकार की ओर से झूला पुल बनाने की योजना बनाई गई है. दुर्गावती जलाशय और करमचट डैम को भी विकसित करने की योजना पर्यटन विभाग के पास है. यहां लोगों के लिए कई तरह की सुविधाएं बहाल की जा रही हैं. वोटिंग की व्यवस्था की जाएगी. इसके अलावा कैफिटेरिया की व्यवस्था भी की जानी है.

5 एकड़ जमीन पर बनेगा एक्टिविटी जोन: शेरगढ़ का किला भी खूबियों के लिए जाना जाता है. शेरगढ़ किला के पास 5 एकड़ जमीन है. जहां पार्क डिवेलप किया जाना है. इंटरटेनमेंट और एक्टिविटी जोन विकसित करने की योजना है. इसके अलावा रॉक क्लाइंबिंग, go-karting और थीम पार्क भी बनाया जाना है.

मंदिर मार्ग के सीढ़ी पर लगेगा रिफ्ट टाइल्स: सीता कुंड भी सैलानियों की पसंद में शुमार है. सीता कुंड में सुरक्षा व्यवस्था सरकार की प्राथमिकताओं में शामिल है. इसके अलावा कैफेटेरिया, गैजेबो और झूला ब्रिज बनाया जाना है. तुतला भवानी मंदिर में लोगों की काफी भीड़ होती है. तुतला भवानी तक पहुंचने के लिए सीढ़ियों पर रिफ्ट टाइल्स लगाना है. कपड़े बदलने के लिए कमरे बनाए जाने हैं. तुतला भवानी में डेडिकेटेड झूला पुल बनाने की योजना है.

रोहतासगढ़ किला पर बनेगा रोपवे: रोहतासगढ़ का किला ऐतिहासिक किला है और यहां तक पहुंचने के लिए लोगों को करीब ढाई से 3 घंटे लगते हैं. रोहतासगढ़ को अति सुरक्षित किला माना जाता था और इसपर दुश्मनों का वार संभव नहीं था. रोहतास गढ़ के किले को डिवेलप करने के लिए कैफेटेरिया और कॉटेज के अलावा रोपवे बनाए जाने हैं. 6 महीने के अंदर रोप-वे को कंप्लीट करने का टारगेट दिया गया है.

बिहार सरकार अपने तरीके से कर रही विकसित: फिलहाल पर्यटन क्षेत्रों को बिहार सरकार अपने तरीके से विकसित कर रही है और निजी तौर पर हिस्सेदारी सुनिश्चित किए जाने की योजना नहीं है. सरकार का मानना है कि पर्यावरण विभाग के शर्तों के हिसाब से ही पर्यटन का विकास होना है. लिहाजा सरकार अपने देखरेख में ही पर्यटन क्षेत्र को विकसित करेगी.

"हम लोगों ने रोहतास जिले के कई पर्यटन क्षेत्रों का दौरा किया है और एक्शन प्लान भी तैयार कर लिया है. सैलानियों के सुख सुविधाओं का ख्याल रखा जाएगा और कैफेटेरिया के अलावा आवागमन की सुविधा भी बहाल की जाएगी. एडवेंचर टूरिज्म भी विकसित किया जाएगा."- अभिजीत कुमार, महाप्रबंधक, राज्य पर्यटन विकास निगम

पर्यटन विभाग के सचिव ने लोगों से की अपील: पर्यटन विभाग के सचिव अभय सिंह ने भी इलाकों का दौरा किया है. अभय सिंह ने रोहतास के पर्यटन स्थलों की खूबसूरती को शिद्दत से महसूस किया है और लोगों से आह्वान किया है कि बड़ी संख्या में पर्यटक इन क्षेत्रों का दीदार करने आए. सरकार उनके सुख सुविधाओं का ख्याल रखेगी.

रोहतास के कई इलाकों को पर्यटन के लिए विकसित किया जाएगा

पटना: बिहार में पर्यटन उद्योग को पंख लगने वाले हैं. राजगीर के अलावा रोहतास जिले को भी पर्यटन क्षेत्र के रूप में विकसित किया जा रहा है. आधा दर्जन से ज्यादा पर्यटन स्थल का चयन किया जा चुका है और नक्सल प्रभावित इलाके को विकसित करने के लिए सरकार ने रोडमैप भी तैयार कर लिया है.

ये भी पढ़ें- बिहार में पर्यटन की असीम संभावनाएं, नए पर्यटन केंद्र होंगे विकसित- पर्यटन मंत्री

पहाड़ और झरनों का दीदार करेंगे पर्यटक : रोहतास जिले के पहाड़ी इलाकों में कभी नक्सलियों का बसेरा हुआ करता था, लेकिन अब नक्सलियों के पांव कट चुके हैं. खूबसूरत पहाड़ और झरनों के दीदार के लिए पर्यटकों की भीड़ लगने लगी है. पर्यटकों के उत्साह को देखते हुए सरकार भी पर्यटन स्थलों के विकास को लेकर संजीदा है.

कई महत्वपूर्ण स्थल को किया जाएगा विकसित: पर्यटन विभाग ने पर्यटन स्थलों को विकसित करने का बीड़ा उठाया है. पर्यटन विभाग के सचिव अभय सिंह ने पूरी टीम के साथ पर्यटन स्थलों का दौरा भी किया है और जरूरत के हिसाब से पर्यटन स्थलों के लिए रोडमैप भी तैयार किया है. इको टूरिज्म क्षेत्र के रूप में विकसित करने के लिए कई स्तर पर तैयारियां की गई हैं.

आधा दर्जन से ज्यादा जगहों को किया गया चिन्हित: रोहतास जिले के पहाड़ी इलाकों में आधे दर्जन से ज्यादा पर्यटन स्थलों को चिन्हित किया जा चुका है. लगभग 15 करोड़ की लागत से ईकोटूरिज्म क्षेत्र को विकसित किया जाना है. वन एवं पर्यावरण मंत्रालय के साथ बिहार सरकार ने एमओयू साइन किया है. पर्यावरण का ख्याल रखते हुए पर्यटन क्षेत्र को विकसित किया जाना है.

मांझर कुंड होगा आकर्षण का मुख्य केंद्र: सासाराम प्रखंड स्थित मांझर कुंड सैलानियों के लिए आकर्षण का केंद्र है. मंझर कुंड की खूबसूरती को निहारने के लिए सैलानी पहुंचते हैं. पर्यटन विभाग की टीम ने इलाके का दौरा किया है और फिलहाल वहां कैफेटेरिया और कॉटेज बनाने की योजना है. वहां तक पहुंचने के लिए इको फ्रेंडली वाहन की भी व्यवस्था की जाएगी.

धुआ कुंड पर बनेगा झूला पुल: धुआ कुंड की खूबसूरती भी लोगों को खूब आकर्षित करती है. धुआ कुंड पर सरकार की ओर से झूला पुल बनाने की योजना बनाई गई है. दुर्गावती जलाशय और करमचट डैम को भी विकसित करने की योजना पर्यटन विभाग के पास है. यहां लोगों के लिए कई तरह की सुविधाएं बहाल की जा रही हैं. वोटिंग की व्यवस्था की जाएगी. इसके अलावा कैफिटेरिया की व्यवस्था भी की जानी है.

5 एकड़ जमीन पर बनेगा एक्टिविटी जोन: शेरगढ़ का किला भी खूबियों के लिए जाना जाता है. शेरगढ़ किला के पास 5 एकड़ जमीन है. जहां पार्क डिवेलप किया जाना है. इंटरटेनमेंट और एक्टिविटी जोन विकसित करने की योजना है. इसके अलावा रॉक क्लाइंबिंग, go-karting और थीम पार्क भी बनाया जाना है.

मंदिर मार्ग के सीढ़ी पर लगेगा रिफ्ट टाइल्स: सीता कुंड भी सैलानियों की पसंद में शुमार है. सीता कुंड में सुरक्षा व्यवस्था सरकार की प्राथमिकताओं में शामिल है. इसके अलावा कैफेटेरिया, गैजेबो और झूला ब्रिज बनाया जाना है. तुतला भवानी मंदिर में लोगों की काफी भीड़ होती है. तुतला भवानी तक पहुंचने के लिए सीढ़ियों पर रिफ्ट टाइल्स लगाना है. कपड़े बदलने के लिए कमरे बनाए जाने हैं. तुतला भवानी में डेडिकेटेड झूला पुल बनाने की योजना है.

रोहतासगढ़ किला पर बनेगा रोपवे: रोहतासगढ़ का किला ऐतिहासिक किला है और यहां तक पहुंचने के लिए लोगों को करीब ढाई से 3 घंटे लगते हैं. रोहतासगढ़ को अति सुरक्षित किला माना जाता था और इसपर दुश्मनों का वार संभव नहीं था. रोहतास गढ़ के किले को डिवेलप करने के लिए कैफेटेरिया और कॉटेज के अलावा रोपवे बनाए जाने हैं. 6 महीने के अंदर रोप-वे को कंप्लीट करने का टारगेट दिया गया है.

बिहार सरकार अपने तरीके से कर रही विकसित: फिलहाल पर्यटन क्षेत्रों को बिहार सरकार अपने तरीके से विकसित कर रही है और निजी तौर पर हिस्सेदारी सुनिश्चित किए जाने की योजना नहीं है. सरकार का मानना है कि पर्यावरण विभाग के शर्तों के हिसाब से ही पर्यटन का विकास होना है. लिहाजा सरकार अपने देखरेख में ही पर्यटन क्षेत्र को विकसित करेगी.

"हम लोगों ने रोहतास जिले के कई पर्यटन क्षेत्रों का दौरा किया है और एक्शन प्लान भी तैयार कर लिया है. सैलानियों के सुख सुविधाओं का ख्याल रखा जाएगा और कैफेटेरिया के अलावा आवागमन की सुविधा भी बहाल की जाएगी. एडवेंचर टूरिज्म भी विकसित किया जाएगा."- अभिजीत कुमार, महाप्रबंधक, राज्य पर्यटन विकास निगम

पर्यटन विभाग के सचिव ने लोगों से की अपील: पर्यटन विभाग के सचिव अभय सिंह ने भी इलाकों का दौरा किया है. अभय सिंह ने रोहतास के पर्यटन स्थलों की खूबसूरती को शिद्दत से महसूस किया है और लोगों से आह्वान किया है कि बड़ी संख्या में पर्यटक इन क्षेत्रों का दीदार करने आए. सरकार उनके सुख सुविधाओं का ख्याल रखेगी.

Last Updated : Jul 26, 2023, 1:55 PM IST
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