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बिहार में शिक्षकों ने सरकार से लगाई गुहार, स्कूलों में उपस्थिति पर की रोक लगाने की मांग

बिहार में माध्यमिक शिक्षक संघ और प्राथमिक शिक्षक संघ ने सरकार को पत्र लिखा है, जिसमें स्कूलों में शिक्षकों की उपस्थिति पर रोक लगाने की मांग की है.

Yuii
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Published : Jul 14, 2020, 4:44 PM IST

पटना : सरकारी स्कूलों में कोरोना संक्रमण से भयभीत शिक्षकों ने सरकार से गुहार लगाई है. शिक्षक संघ ने सरकार से स्कूलों में शिक्षकों की उपस्थिति पर रोक लगाने की मांग की है. इसके साथ ही मिड डे मील के अनाज को लेकर कहा है कि इसे पीडीएस के जरिए बच्चों के अभिभावकों में बांटा जाए.

शिक्षक संघ ने सरकार को लिखा पत्र
पिछले दिनों शिक्षा विभाग ने एक आदेश जारी किया था, जिसमें यह कहा गया था कि राज्य के करीब 71 हजार से ज्यादा प्रारंभिक स्कूलों को 3 माह का अनाज बच्चों को देना होगा. इसे लेकर माध्यमिक शिक्षक संघ और प्राथमिक शिक्षक संघ ने सरकार को पत्र लिखा है और कहा है कि कोविड-19 को देखते हुए 31 जुलाई तक अनिवार्य रूप से शिक्षण संस्थानों में शिक्षकों की उपस्थिति अनिवार्य रूप से रोक लगाई जाए.

पीडीएस के माध्यम से हो अनाज का वितरण

इसके साथ ही अनाज वितरण को लेकर कहा गया है कि स्कूलों में अनाज बांटने से अभिभावकों की भीड़ जुटेगी. इसलिए सरकार शिक्षकों को अनाज वितरण के काम में न लगाएं. अनाज बच्चों के अभिभावकों को जन वितरण प्रणाली के माध्यम से बांटा जाए.

14 मार्च से बंद हैं स्कूल

बता दें कि राज्य के सभी शिक्षण संस्थान 14 मार्च से ही बंद हैं, लेकिन शिक्षकों को अपने अपने कार्यस्थल पर रोजाना जाने का आदेश है. इस दौरान शिक्षण संस्थानों में ऑनलाइन पढ़ाई कराई जा रही है. सरकारी स्कूलों के बच्चों की पहली से 12वीं तक की क्लास डीडी बिहार के जरिए हो रही है. 1 से 15 जुलाई के बीच सरकारी स्कूलों में नामांकन पखवाड़ा भी चल रहा है. इस दौरान शिक्षकों को ऐसे बच्चों की तलाश में हर टोला मोहल्ले जाना पड़ता है, जहां लोगों से मिलना जुलना होता है, लेकिन उन्हें डर है कि इस दौरान वह संक्रमण की चपेट में आ सकते हैं.

पटना : सरकारी स्कूलों में कोरोना संक्रमण से भयभीत शिक्षकों ने सरकार से गुहार लगाई है. शिक्षक संघ ने सरकार से स्कूलों में शिक्षकों की उपस्थिति पर रोक लगाने की मांग की है. इसके साथ ही मिड डे मील के अनाज को लेकर कहा है कि इसे पीडीएस के जरिए बच्चों के अभिभावकों में बांटा जाए.

शिक्षक संघ ने सरकार को लिखा पत्र
पिछले दिनों शिक्षा विभाग ने एक आदेश जारी किया था, जिसमें यह कहा गया था कि राज्य के करीब 71 हजार से ज्यादा प्रारंभिक स्कूलों को 3 माह का अनाज बच्चों को देना होगा. इसे लेकर माध्यमिक शिक्षक संघ और प्राथमिक शिक्षक संघ ने सरकार को पत्र लिखा है और कहा है कि कोविड-19 को देखते हुए 31 जुलाई तक अनिवार्य रूप से शिक्षण संस्थानों में शिक्षकों की उपस्थिति अनिवार्य रूप से रोक लगाई जाए.

पीडीएस के माध्यम से हो अनाज का वितरण

इसके साथ ही अनाज वितरण को लेकर कहा गया है कि स्कूलों में अनाज बांटने से अभिभावकों की भीड़ जुटेगी. इसलिए सरकार शिक्षकों को अनाज वितरण के काम में न लगाएं. अनाज बच्चों के अभिभावकों को जन वितरण प्रणाली के माध्यम से बांटा जाए.

14 मार्च से बंद हैं स्कूल

बता दें कि राज्य के सभी शिक्षण संस्थान 14 मार्च से ही बंद हैं, लेकिन शिक्षकों को अपने अपने कार्यस्थल पर रोजाना जाने का आदेश है. इस दौरान शिक्षण संस्थानों में ऑनलाइन पढ़ाई कराई जा रही है. सरकारी स्कूलों के बच्चों की पहली से 12वीं तक की क्लास डीडी बिहार के जरिए हो रही है. 1 से 15 जुलाई के बीच सरकारी स्कूलों में नामांकन पखवाड़ा भी चल रहा है. इस दौरान शिक्षकों को ऐसे बच्चों की तलाश में हर टोला मोहल्ले जाना पड़ता है, जहां लोगों से मिलना जुलना होता है, लेकिन उन्हें डर है कि इस दौरान वह संक्रमण की चपेट में आ सकते हैं.

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