पटना: बिहार के छात्रों की दिलचस्पी तकनीकी शिक्षा से ज्यादा सामाजिक विज्ञान विषय में है. नेशनल सैंपल सर्वे (National Sample Survey) के आंकड़ों में इस बात का खुलासा हुआ है. सर्वे के मुताबिक बिहार में दसवीं कक्षा के बाद केवल 4.1% स्टूडेंट्स ही टेक्निकल एजुकेशन के लिए नामांकन कराते हैं. जबकि सोशल साइंस में दसवीं के बाद सर्वाधिक 70.5 फीसदी बच्चे नामांकन कराते हैं.
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एनएसएस वर्ष 2017-18 (75वीं रिपोर्ट) की इस जानकारी को शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव संजय कुमार (Additional Chief Secretary Sanjay Kumar) ने सोशल मीडिया पर साझा किया है. रिपोर्ट के मुताबिक बिहार की तुलना में उत्तरप्रदेश में 15.3% और झारखंड में 6.6% बच्चे टेक्निकल एजुकेशन में नामांकन कराते हैं. मानविकी अर्थात सोशल साइंस में जहां बिहार में 70.5% बच्चे एडमिशन लेते हैं वहीं उत्तरप्रदेश में 56.5%, बंगाल में 67% और झारखंड में 74% बच्चे नामांकन कराते हैं.
सर्वे के मुताबिक टेक्निकल कोर्स में लॉ, मेडिसिन, सीए, इंजीनियरिंग, आईटीआई, एग्रीकल्चर, मैनेजमेंट, कम्प्यूटर, इंडस्ट्रियल ट्रेनिंग इत्यादि शामिल हैं. शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव संजय कुमार ने लिखा है कि ये रिपोर्ट बेहद रोचक है. नशेनल सैंपल सर्वे यानी NSS की रिपोर्ट से साफ है कि देश में सबसे ज्यादा टेक्निकल कोर्स पढ़ने वाले 43.1% विद्यार्थी केरल में हैं. इसके बाद आंध्र प्रदेश में 42%, तामिलनाडु में में 40.5%, तेलंगाना में 39.9% जबकि पंजाब में 36.8% बच्चे टेक्निकल कोर्स में नामांकन कराते हैं.
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