पटना: बिहार सरकार ने बिहार संस्कृत शिक्षा बोर्ड का पुनर्गठन कर दिया है. खास बात यह कि लालू प्रसाद के बेहद करीबी पूर्व विधायक भोला यादव को संस्कृत शिक्षा बोर्ड का अध्यक्ष नियुक्त किया गया है. इसके अलावा कांग्रेस के विधान पार्षद प्रेमचंद्र मिश्रा और राष्ट्रीय जनता दल के प्रवक्ता चितरंजन गगन को भी बोर्ड का सदस्य बनाया गया है. इस संदर्भ में बुधवार को अधिसूचना जारी कर दी गई है.
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राजद नेताओं को बनाया सदस्य: शिक्षा विभाग द्वारा जारी अधिसूचना के अनुसार भोला यादव संस्कृत शिक्षा बोर्ड के अध्यक्ष नियुक्त किए गए हैं. वहीं अन्य सदस्यों में विधायक विनय कुमार चौधरी, विधायक ललित नारायण मंडल, विश्वविद्यालय संस्कृत शिक्षक आचार्य सिया राम प्रसाद यादव, शिक्षक नारायण महतो को भी सदस्य नियुक्त किया गया है. बोर्ड के अन्य सदस्यों में राष्ट्रीय जनता दल जुड़े मदन शर्मा, रामाशीष यादव और प्रतिमा कुमारी को भी सदस्य बनाया गया है.
तीन वर्षों के लिए किया गया पुनर्गठनः शिक्षा निदेशक, जो संस्कृत शिक्षा के पदाधिकारी हो और संस्कृत विश्वविद्यालय के कुलपति या उनकी तरफ से अगर कोई नाम दिया गया हो, वह बोर्ड के पदेन सदस्य होंगे. बिहार संस्कृत शिक्षा बोर्ड का पुनर्गठन तीन वर्षों की अवधि के लिए किया गया है. बता दें कि 1981 में बिहार संस्कृत शिक्षा बोर्ड की स्थापना की गयी थी. इस बोर्ड के माध्यम से 10 वीं के समकक्ष परीक्षा ली जाती है.