ETV Bharat / state

बिहार की अर्थव्यवस्था में हो रहा सुधार, पिछले साल के मुकाबले इस साल राजस्व में इजाफा - बिहार की अर्थव्यवस्था

कोरोना के बाद दो वर्षों में यह पहला मौक है, जब बिहार की अर्थव्यवस्था में सुधार देखने को मिल रहा है. पिछले साल की अपेक्षा इस बार बिहार के राजस्व में 5 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है. बिहार सरकार ने वित्तीय वर्ष 2022-23 में 237691.19 करोड़ रुपये के बजट का प्रावधान किया है. वित्त विभाग के अधिकारियों के अनुसार दिसंबर 2021 तक करीब 1 लाख 9 हजार 130 करोड़ रुपये राजस्व के रूप में प्राप्त हुए हैं. यह पिछले साल के मुकाबले दिसंबर तक महीने में 13,000 करोड़ से अधिक का राजस्व है. पढ़ें पूरी रिपोर्ट..

बिहार की अर्थव्यवस्था में सुधार
बिहार की अर्थव्यवस्था में सुधार
author img

By

Published : Mar 20, 2022, 3:39 PM IST

पटना: पिछले दो साल में कोरोना के कारण बिहार की अर्थव्यवस्था (Economy of Bihar) पर काफी असर पड़ा. लेकिन अब कोरोना के मामले कम होने लगे हैं. इसका असर यह हुआ कि बिहार की अर्थव्यवस्था धीरे-धीरे पटरी पर लौटने लगी है. इस साल बिहार सरकार ने पिछले साल के 2 लाख 18 हजार करोड़ के बजट को बढ़ाकर 2 लाख 37 हजार करोड़ से अधिक का बजट पेश किया है. ऐसे में सरकार पर राजस्व बढ़ाने का भी दबाव है. इस वित्तीय वर्ष की तीसरी तिमाही दिसंबर में समाप्त हुई है. इसके रिपोर्ट आ गए हैं. तीसरी तिमाही में राजस्व में उछाल आया है, जो पिछले साल के मुकाबले 5 प्रतिशत अधिक (Bihar revenue is increasing) है.

यह भी पढ़ें: LJD का RJD में विलय पर बीजेपी का तंज कहा- 'बिहार पर नहीं पड़ेगा कोई असर'

पेट्रोल-डीजल के वैट से भरा सरकारी खजाना: पेट्रोल डीजल पर लगने वाले वैट से छह हजार से दस हजार करोड़ की राजस्व वृद्धि का लक्ष्य तय किया गया था. 9 महीने में 4914 करोड़ 54 लाख तक राजस्व प्राप्त हो चुका है, जो लक्ष्य का 82 प्रतिशत के करीब है. वित्त विभाग के अधिकारियों की मानें तो जो लक्ष्य है, उससे अधिक प्राप्त हो सकता है. इसी तरह स्टांप और निबंधन शुल्क से प्राप्त होने वाले राजस्व में भी पिछले वित्तीय वर्ष के मुकाबले जबरदस्त उछाल आया है. पिछले वित्तीय वर्ष के दिसंबर तक 52.97 फीसदी के मुकाबले वर्तमान वित्तीय वर्ष में इसी अवधि में 71.51 प्रतिशत का राजस्व प्राप्त हो चुका है. केंद्रीय करों में बिहार का जो हिस्सा है, उसमें भी पिछले साल के मुकाबले इस साल बेहतर स्थिति में है.


बिहार सरकार ने 2021-22 में अब तक के राजस्व प्राप्ति के रिकार्ड:

राजस्व प्राप्ति लक्ष्य करोड़वसूली करोड़उपलब्धि प्रतिशत में
जीएसटी 459012647557.68
स्टाम्प निबंधन5000 357571.51
भू राजस्व50016432.78
वैट 6010491481.77
केंद्रीय कर65900 26027 38.23

चौथे तिमाही में राजस्व बेहतर होने की उम्मीद: केंद्रीय अनुदान और गैरकर राजस्व की स्थिति बहुत बेहतर नहीं है. लेकिन पिछले वित्तीय वर्ष के मुकाबले वर्तमान वित्तीय वर्ष के दिसंबर तक राजस्व में 5 फीसदी से अधिक इजाफा हुआ है. जनवरी से लेकर मार्च तक यानी चौथी तिमाही में राजस्व में स्थिति काफी बेहतर होने की बात वित्त विभाग के अधिकारी कह रहे है. लेकिन वर्तमान वित्तीय वर्ष 2021-22 की समाप्ति के बाद वित्त विभाग के अधिकारी भी कह रहे हैं कि जो राजस्व का लक्ष्य रखा गया था, हम लोग उसे प्राप्त कर लेंगे. बता दें कि इस बार सरकार ने 2022-23 वित्तीय वर्ष के लिए बजट में 2021-22 की तुलना में लगभग 19000 करोड़ की राशि की बढ़ोतरी की है.

यह भी पढ़ें: 26-27 मार्च को नालंदा दौरे पर जाएंगे सीएम नीतीश, गृह जिले में करेंगे जनसंपर्क

विश्वसनीय खबरों को देखने के लिए डाउनलोड करें ETV BHARAT APP

पटना: पिछले दो साल में कोरोना के कारण बिहार की अर्थव्यवस्था (Economy of Bihar) पर काफी असर पड़ा. लेकिन अब कोरोना के मामले कम होने लगे हैं. इसका असर यह हुआ कि बिहार की अर्थव्यवस्था धीरे-धीरे पटरी पर लौटने लगी है. इस साल बिहार सरकार ने पिछले साल के 2 लाख 18 हजार करोड़ के बजट को बढ़ाकर 2 लाख 37 हजार करोड़ से अधिक का बजट पेश किया है. ऐसे में सरकार पर राजस्व बढ़ाने का भी दबाव है. इस वित्तीय वर्ष की तीसरी तिमाही दिसंबर में समाप्त हुई है. इसके रिपोर्ट आ गए हैं. तीसरी तिमाही में राजस्व में उछाल आया है, जो पिछले साल के मुकाबले 5 प्रतिशत अधिक (Bihar revenue is increasing) है.

यह भी पढ़ें: LJD का RJD में विलय पर बीजेपी का तंज कहा- 'बिहार पर नहीं पड़ेगा कोई असर'

पेट्रोल-डीजल के वैट से भरा सरकारी खजाना: पेट्रोल डीजल पर लगने वाले वैट से छह हजार से दस हजार करोड़ की राजस्व वृद्धि का लक्ष्य तय किया गया था. 9 महीने में 4914 करोड़ 54 लाख तक राजस्व प्राप्त हो चुका है, जो लक्ष्य का 82 प्रतिशत के करीब है. वित्त विभाग के अधिकारियों की मानें तो जो लक्ष्य है, उससे अधिक प्राप्त हो सकता है. इसी तरह स्टांप और निबंधन शुल्क से प्राप्त होने वाले राजस्व में भी पिछले वित्तीय वर्ष के मुकाबले जबरदस्त उछाल आया है. पिछले वित्तीय वर्ष के दिसंबर तक 52.97 फीसदी के मुकाबले वर्तमान वित्तीय वर्ष में इसी अवधि में 71.51 प्रतिशत का राजस्व प्राप्त हो चुका है. केंद्रीय करों में बिहार का जो हिस्सा है, उसमें भी पिछले साल के मुकाबले इस साल बेहतर स्थिति में है.


बिहार सरकार ने 2021-22 में अब तक के राजस्व प्राप्ति के रिकार्ड:

राजस्व प्राप्ति लक्ष्य करोड़वसूली करोड़उपलब्धि प्रतिशत में
जीएसटी 459012647557.68
स्टाम्प निबंधन5000 357571.51
भू राजस्व50016432.78
वैट 6010491481.77
केंद्रीय कर65900 26027 38.23

चौथे तिमाही में राजस्व बेहतर होने की उम्मीद: केंद्रीय अनुदान और गैरकर राजस्व की स्थिति बहुत बेहतर नहीं है. लेकिन पिछले वित्तीय वर्ष के मुकाबले वर्तमान वित्तीय वर्ष के दिसंबर तक राजस्व में 5 फीसदी से अधिक इजाफा हुआ है. जनवरी से लेकर मार्च तक यानी चौथी तिमाही में राजस्व में स्थिति काफी बेहतर होने की बात वित्त विभाग के अधिकारी कह रहे है. लेकिन वर्तमान वित्तीय वर्ष 2021-22 की समाप्ति के बाद वित्त विभाग के अधिकारी भी कह रहे हैं कि जो राजस्व का लक्ष्य रखा गया था, हम लोग उसे प्राप्त कर लेंगे. बता दें कि इस बार सरकार ने 2022-23 वित्तीय वर्ष के लिए बजट में 2021-22 की तुलना में लगभग 19000 करोड़ की राशि की बढ़ोतरी की है.

यह भी पढ़ें: 26-27 मार्च को नालंदा दौरे पर जाएंगे सीएम नीतीश, गृह जिले में करेंगे जनसंपर्क

विश्वसनीय खबरों को देखने के लिए डाउनलोड करें ETV BHARAT APP

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.