पटना: भाजपा और जदयू के बीच नागरिकता संशोधन विधेयक को लेकर मतभेद दिखाई देने लगा है. पहले समर्थन की बात कह कर जेडीयू ने अब चुप्पी साध रखी है. पार्टी नेता अब नए सिरे से विचार करेंगे और फिर उस पर कोई अंतिम फैसला लिया जाएगा. जेडीयू के स्टैंड पर विपक्ष ने भी करारा प्रहार किया है.
नागरिकता संशोधन विधेयक केंद्र सरकार के सामने बड़ी चुनौती है. भाजपा तमाम सहयोगी दलों का सहयोग चाहती है. राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन की सहयोगी पार्टी जदयू ने पहले नागरिकता संशोधन विधेयक पर समर्थन की बात कह रही थी लेकिन अब वो पीछे हट रही है. कैमरे के सामने जदयू नेता तो कुछ नहीं कह रहे हैं लेकिन ईटीवी भारत संवाददाता ने जब जदयू नेताओं से संपर्क साधने की कोशिश की, तो आधे दर्जन नेताओं ने फोन नहीं उठाया. मंत्री सहित दो तीन नेताओं ने कहा कि अभी सिटीजन अमेंडमेंट बिल पर पार्टी का रुख स्पष्ट नहीं है. पार्टी बिल का अध्ययन कर रही है. अध्ययन करने के बाद ही कोई अंतिम फैसला लिया जाएगा.
'कभी भी यू टर्न ले लेते हैं नीतीश कुमार'
विपक्ष को जेडीयू के स्टैंड पर चुटकी लेने का मौका मिल गया है. हम के राष्ट्रीय प्रवक्ता दानिश रिजवान ने कहा है कि नीतीश कुमार की फितरत में पलटी मारना है. वह कभी समर्थन की बात कहते हैं, तो कभी यू टर्न ले लेते हैं. नीतीश कुमार भाजपा और आरएसएस के एजेंडे पर काम करते हैं.
राजद ने जदयू पर साधा निशाना
राजद उपाध्यक्ष शिवानंद तिवारी ने प्रेस रिलीज जारी कर कहा है कि नीतीश कुमार ने नागरिकता संशोधन विधेयक के विरोध की घोषणा का मैं स्वागत करता हूं. लेकिन इस विरोध का स्वरूप कैसा होगा इसको लेकर संशय हो रहा है. इसलिए कि इसके पहले उन्होंने तीन तलाक कानून और धारा 370 हटाने का भी विरोध किया था. लेकिन वह विरोध भी औपचारिक और दिखावटी साबित हुआ. दोनों मुद्दों पर जेडीयू नेताओं ने भाषण तो विरोध में दिया. लेकिन जब वोट डालने की बारी आई तो सदन से बहिर्गमन कर दिया. शिवानंद तिवारी ने कहा कि नागरिकता संशोधन विधेयक हमारे संविधान की आत्मा का हनन करता है. साथ ही इस विधेयक के विरोध में देश के उत्तर पूर्वी सीमा पर स्थित सभी 8 राज्यों के नागरिक मोदी सरकार के विरुद्ध बगावत की मुद्रा में हैं.
भाजपा को उम्मीद- जदयू करेगी समर्थन
भाजपा को उम्मीद है कि बिल पर जदयू का समर्थन हासिल होगा. पार्टी प्रवक्ता प्रेम रंजन पटेल ने कहा है कि हमें उम्मीद है कि तमाम पार्टियां हमारा समर्थन करेगी. किसी न किसी रूप में जदयू का सहयोग भी हमें प्राप्त होगा. आपको बता दें कि 3 दिन पहले जदयू प्रवक्ता राजीव रंजन ने कहा था कि सिटीजन अमेंडमेंट बिल पर हम भाजपा के साथ हैं और जब वोटिंग की बारी आएगी तो सांसद पक्ष में वोटिंग भी करेंगे. लेकिन अब जेडीयू नेताओं ने सुर बदल लिया है और अब बिल के मसौदे पर अध्ययन करने के बाद फैसले की बात कह रहे हैं.