पटना: पुलिसकर्मियों की कारस्तानी के कारण बिहार पुलिस एक बार फिर चर्चा में है. दरअसल, दरोगा रैंक के पदाधिकारी पर महिला सिपाही ने शारीरिक संबंध बनाने का दबाव दिए जाने का आरोप लगाया है. जिसके बाद पुलिस महकमे में हड़कंप मचा हुआ है. बिहार में बेटियां सुरक्षित नहीं हैं और जिनके कंधों पर सुरक्षा की जिम्मेदारी है वे विभाग में खुद को असुरक्षित महसूस कर रही हैं और बीएमपी 4 में हुई ये घटना उसका एक बड़ा उदाहरण है. बक्सर में निर्भया मामला अभी जांच और विवाद के दायरे में ही है तो एक और वितंडा खड़ा हो गया. जिले से लेकर पुलिस मुख्यालय तक घटना के बाद माहौल गर्म है.
पूरे घटना की मिली जानकारी के अनुसार पदाधिकारी पर आरोप है कि उसने महिला सिपाही से फोन पर बात करने के दौरान शारीरिक संबंध बनाने की डिमांड रखी. इस पूरे मामले पर बिहार पुलिस मेंस एसोसिएशन ने संज्ञान लिया है. एसोसिएशन की ओर से मुख्यालय को एक पत्र भी लिखा गया है. आरोपी पुलिसकर्मी की पहचान बिहार सैन्य पुलिस-4 में तैनात परिवहन पदाधिकारी सत्येंद्र प्रसाद के रूप में हुई है. बिहार पुलिस मेंस एसोसिएशन ने आरोपी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है.
पूरा मामला
जानकारी के मुताबिक सत्येंद्र प्रसाद पर आरोप है कि उसने महिला सिपाही से अपना काम करवाने के बदले शारीरिक संबंध बनाने का डिमांड की. हालांकि, महिला सिपाही ने पद और गरिमा की दुहाई देते हुए आरोपी दरोगा को समझाने की भी कोशिश की. लेकिन,वह अपनी बात पर अड़ा रहा.
पीड़िता ने की बिहार पुलिस मेंस एसोसिएशन में शिकायत
जिसके बाद महिला पुलिस ने पूरे मामले की जानकारी बिहार पुलिस मेंस एसोसिएशन को दी. जानकारी के बाद एसोसिएशन के अध्यक्ष नागेंद्र कुमार धीरज ने मामले पर संज्ञान लिया है. उन्होंने इसकी निंदा की है. साथ ही विभाग को पत्र लिखा. उन्होंने डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय से कार्रवाई की मांग की है. इस पूरे मामले पर पुलिस मुख्यालय ने बीएमपी 4 के कमांडेंट से विस्तृत रिपोर्ट मांगी है.