पटना : केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह के बयान पर सियासत शुरू है. जदयू कार्यालय में जनसुनवाई कार्यक्रम में पहुंचे अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री जमा खान ने तीखी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि इन्हें विकास के कामों से कोई मतलब नहीं है ना हीं है देश से प्रेम है और ना ही जनता से, इन्हें सिर्फ प्रेम है कुर्सी से.
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गिरिराज करते हैं उन्माद फैलाने की कोशिश: जदयू कोटे से बिहार सरकार में मंत्री जमा खान ने कहा कि हमें बहुत ही अफसोस है कि जनता ऐसे लोगों को दिल्ली और पटना भेजती है कि विकास का काम करेंगे तो विकास की बात करनी चाहिए, काम की बात करनी चाहिए. लेकिन, हमेशा उन्माद फैलाने की कोशिश करते हैं. सुर्खियों में आने के लिए इनको लगता है यह रास्ता शॉर्टकट है. हम कहना चाहते हैं कि हमारे नेता की मेहनत और कर्म पर लोग विश्वास करते हैं. विपक्षी एकजुटता में जिस प्रकार से हमारे नेता पर विपक्ष के लोग विश्वास कर रहे हैं तो मैं इतना ही कहूंगा कि 2024 में इन्हें पता चल जाएगा.
गिरिराज के इस बयान पर सियासी बवाल: असल में केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने मौलाना अरशद मदनी के बजरंग दल को बैन करने वाले बयान पर कल जवाब दिया था. गिरिराज सिंह ने कहा था कि 70 साल पहले यदि हमारे पूर्वजों से भूल नहीं होती तो आज ओवैसी पैदा होता, ना मदनी और ना भारत को गजवा ए हिंद की बात सुननी पड़ती. गिरिराज सिंह के इसी बयान पर हमला शुरू है. जदयू मंत्री जमा खान ने भी उन्माद फैलाने के लिए इस तरह का बयान देने का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि 2024 में इसका जवाब जनता देगी.